राज्य कृषि समाचार (State News)पशुपालन (Animal Husbandry)

राजस्थान सरकार की बड़ी पहल: गांव-गांव खुलेंगी नंदीशालाएं, मोबाइल वैन से घर-घर पहुंचेगा इलाज

17 जुलाई 2025, भोपाल: राजस्थान सरकार की बड़ी पहल: गांव-गांव खुलेंगी नंदीशालाएं, मोबाइल वैन से घर-घर पहुंचेगा इलाज – राजस्थान में अब बेसहारा गायों को सड़क पर भटकने की मजबूरी नहीं रहेगी और बीमार पशुओं को इलाज के लिए घंटों इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार ने पशुपालकों और गोसेवा से जुड़ी व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में बड़ी पहल शुरू की है। राज्य सरकार का मकसद है कि गांव-गांव में नंदीशालाएं खोली जाएं और पशुओं का इलाज अब सीधे घर पर पहुंचे। इस नई योजना की जानकारी खुद पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने उदयपुर में गौशाला संचालकों के साथ बैठक में दी।

हर गांव में खुलेगी नंदीशाला

राज्य के पशुपालन विभाग के मुताबिक अब हर ग्राम पंचायत में नंदीशाला बनाने का प्लान तैयार किया गया है। मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि इससे बेसहारा और आवारा गोवंश को सुरक्षित आश्रय मिलेगा और सड़कों पर जानवरों की आवाजाही कम होगी। इसके लिए हर पंचायत स्तर पर जमीन चिन्हित की जा रही है और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा। सरकार का उद्देश्य है कि गौसेवा के लिए स्थायी इंतजाम हो ताकि गांव-गांव में गोवंश की उचित देखभाल हो सके।

अब इलाज पहुंचेगा घर तक, 1962 पर कॉल करें

पशुपालकों के लिए एक और राहत की खबर है। अब उन्हें बीमार पशुओं को लेकर दूर-दराज अस्पताल नहीं दौड़ना पड़ेगा। सरकार मोबाइल वेटरनरी वैन की सुविधा शुरू कर रही है, जो सीधे पशुपालक के घर या गौशाला तक पहुंचेगी। इसके लिए बस 1962 नंबर पर कॉल करना होगा। यह सेवा पूरी तरह मुफ्त रहेगी और वैन में डॉक्टर, पशुपालन स्टाफ और जरूरी दवाइयां भी उपलब्ध रहेंगी। मंत्री कुमावत ने गौशाला संचालकों से आग्रह किया कि ज्यादा से ज्यादा पशुपालक इस सुविधा का लाभ उठाएं।

गौशालाओं के लिए योजनाओं का सख्त पालन

बैठक में केंद्र और राज्य सरकार की सभी योजनाओं की समीक्षा भी की गई। मंत्री ने साफ निर्देश दिए कि गौशालाओं को मिलने वाला फंड समय पर जारी किया जाए। इसके अलावा मृत पशुओं के निस्तारण के लिए गांवों में उचित जमीन चिन्हित की जाए। सरकार ने यह भी तय किया कि हर गोवंश का टीकाकरण समय पर पूरा हो और मंगला पशु बीमा योजना की जानकारी भी हर पशुपालक तक पहुंचे।

गौशाला संचालकों को सरकार का भरोसा

बैठक में गौशाला संचालकों ने अपनी कई परेशानियां रखीं, जिन पर पशुपालन मंत्री ने तुरंत कार्रवाई का भरोसा दिया। इस अहम बैठक में जिले के प्रशासनिक अधिकारी, डेयरी चेयरमैन और पशुपालन विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। मंत्री कुमावत ने साफ कहा कि गोसेवा केवल दया नहीं बल्कि सरकार की प्राथमिकता है। इसका मकसद पशुपालकों को आत्मनिर्भर बनाना और गोवंश को सुरक्षित रखना है।

राजस्थान सरकार की यह नई पहल न सिर्फ पशुपालकों के लिए राहत लेकर आई है बल्कि गोसेवा को एक नई दिशा देने जा रही है।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements