दुधारू पशुओं के लिए कई बीमारियां भी लेकर आता है बारिश का मौसम, इसलिए रखें सावधानी
06 सितम्बर 2025, भोपाल: दुधारू पशुओं के लिए कई बीमारियां भी लेकर आता है बारिश का मौसम, इसलिए रखें सावधानी – बारिश के इस मौसम में दुधारू पशुओं को बीमारी से बचाव के लिए सलाह दी गई है। क्योंकि बारिश का मौसम दुधारू पशुओं के लिए कई बीमारियां भी लेकर जहां एक ओर खेतों के लिए खुशहाली लाता है, वहीं दूसरी ओर यह दुधारू पशुओं के लिए कई बीमारियां भी लेकर आता है. खासकर पैरों की सड़न यानी फुट रॉट की बीमारी इन दिनों आम हो जाती है. यह बीमारी पशुओं के स्वास्थ्य और दूध उत्पादन दोनों पर बुरा असर डालती है. बिहार सरकार के पशुपालन निदेशालय ने पशुपालकों को इस बीमारी को लेकर सजग रहने की सलाह दी है.
बरसात के मौसम में जब पशु लगातार कीचड़ और गीली जमीन में खड़े रहते हैं, तो उनके खुरों में संक्रमण हो जाता है. इस संक्रमण को ही आम भाषा में पैरों की सड़न या फुट रॉट कहा जाता है. यह बीमारी बैक्टीरिया के कारण होती है, जो गीले और गंदे माहौल में तेजी से पनपते हैं. यह बीमारी खासकर उन दुधारू पशुओं को होती है, जो दिनभर गीली मिट्टी में खड़े रहते हैं और जिनकी साफ-सफाई पर ठीक से ध्यान नहीं दिया जाता.
लक्षण
बिहार सरकार, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के अनुसार, पैरों की सड़न को समय रहते पहचानना बहुत जरूरी है ताकि पशु का सही इलाज समय पर हो सके.
-पैर में हल्की से लेकर तेज सूजन आ जाती है.
खुरों से दुर्गंध आती है.
पशु लंगड़ाने लगता है और चलने-फिरने में तकलीफ होती है.
कभी-कभी खुर के बीच से पस भी निकलता है.
बचाव के उपाय
पशुपालकों को चाहिए कि बरसात के मौसम में अपने पशुओं की विशेष देखभाल करें. पैरों की सड़न से बचाने के लिए ये उपाय बहुत असरदार हो सकते हैं:-
पशुओं को ज्यादा देर तक कीचड़ या गीली जगहों में खड़ा न रहने दें.
रोजाना खुरों की सफाई करें और पोंछकर सुखाएं.
सप्ताह में 2-3 बार पोटेशियम परमैंगनेट या फिटकरी को गुनगुने पानी में मिलाकर खुर धोएं.
पशुशाला के आसपास पानी का जमाव न होने दें और नाली की साफ-सफाई रखें.
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