राज्य कृषि समाचार (State News)

मध्य प्रदेश में सब्जियों की वर्तमान स्थिति

21 मार्च 2025, भोपाल: मध्य प्रदेश में सब्जियों की वर्तमान स्थिति – वैश्विक सब्जी उत्पादन में चीन के बाद भारत का दूसरा स्थान है। विश्व खाद्य एवं कृषि संगठन द्वारा अनुमानित आँकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 में सब्जियों के कुल वैश्विक रकबे (591.38 मिलियन हेक्टर) तथा उत्पादन (1186.68 मिलियन टन) में भारत की हिस्सेदारी क्रमश: 16 तथा 12 प्रतिशत है। चीन और भारत में सब्जियों के कुल वैश्विक उत्पादन का लगभग 65 प्रतिशत उत्पादित किया जाता है।

कृषि मंत्रालय, भारत सरकार के अनुसार वर्ष 2023-24 में देश में 112.32 लाख हेक्टर रकबे से 2072.08 लाख टन सब्जियाँ ली गई। भारत में उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, बिहार और गुजरात प्रमुख सब्जी उत्पादक राज्य हैं। सब्जियों के राष्ट्रीय उत्पादन में इन राज्यों का क्रमश: 16.61, 14.09, 11.75, 8.27 तथा 7.36 प्रतिशत योगदान था।

Advertisement
Advertisement

देश में सब्जी फसलों के अंतर्गत रकबे एवं उत्पादन में मध्य प्रदेश का तीसरा स्थान है। रकबे की दृष्टि से पश्चिम बंगाल (14.09 प्रतिशत) तथा उत्तर प्रदेश (12.71 प्रतिशत) और उत्पादन की दृष्टि से उत्तर प्रदेश (16.61 प्रतिशत) तथा पश्चिम बंगाल (14.09 प्रतिशत) प्रथम तथा दूसरे स्थान पर हैं। वर्ष 2023-24 के दौरान मध्य प्रदेश में 13.27 लाख हेक्टर क्षेत्र में 259.35 लाख टन सब्जियाँ उत्पादित की गई। राज्य के कुल सब्जी उत्पादन में सर्वाधिक उत्पादन प्याज (20.61 प्रतिशत) का है। इसके बाद आलू (16.32 प्रतिशत), टमाटर (13.95 प्रतिशत), बैंगन (5.92 प्रतिशत), फूलगोभी (5.70 प्रतिशत), हरी मटर (4.93 प्रतिशत), पत्तागोभी (4.15 प्रतिशत), हरीमिर्च (4 प्रतिशत), भिण्डी (3.72 प्रतिशत) तथा कद्दू (2.59 प्रतिशत) प्रमुख हैं। राज्य के कुल सब्जी उत्पादन में प्याज, आलू, टमाटर, बैंगन और फूलगोभी का सम्मिलित योगदान 62.5 प्रतिशत है।

वर्ष 2023-24 कुल सब्जी उत्पादन में इन्दौर, छिन्दवाड़ा तथा सागर शीर्ष जिले रहे। राज्य के कुल सब्जी उत्पादन में शीर्ष जिलों का योगदान लगभग 21 प्रतिशत रहा। राज्य की प्रमुख सब्जियों के प्रमुख तीन शीर्ष उत्पादक जिलों को तालिका में संकलित किया गया है।

Advertisement8
Advertisement

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

Advertisement8
Advertisement

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement