पौधों में नाइट्रोजन, पोटाश और फास्फोरस की कमी है या नहीं? इन आसान टिप्स से चुटकियों में करें पहचान
22 नवंबर 2025, भोपाल: पौधों में नाइट्रोजन, पोटाश और फास्फोरस की कमी है या नहीं? इन आसान टिप्स से चुटकियों में करें पहचान – पौधों में पोषक तत्वों की कमी को समय पर पहचानकर किसान अपनी फसल को रोगों और उत्पादन में होने वाली गिरावट से बचा सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार पौधों की पत्तियाँ उनके स्वास्थ्य का सबसे पहला संकेत देती हैं। यदि नाइट्रोजन की कमी हो तो निचली पत्तियाँ पीली पड़ने लगती हैं, वहीं पोटाश की कमी में पत्तियों के किनारे जलने जैसे दिखाई देते हैं। फॉस्फोरस की कमी से पत्तियाँ गहरी हरी या बैंगनी होने लगती हैं। मैग्नीशियम की कमी में पत्ती के बीच का भाग पीला पड़ जाता है जबकि नसें हरी बनी रहती हैं। जिंक की कमी से नई पत्तियाँ छोटी और हल्की पीली दिखाई देती हैं, वहीं आयरन की कमी में नई पत्तियाँ पीली और नसें हरी रह जाती हैं।
गंधक की कमी का लक्षण ऊपर की पत्तियों के पीलेपन के रूप में सामने आता है। इसके अलावा बोरॉन, कॉपर, मैंगनीज, कैल्शियम और मोलिब्डेनम जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी भी पत्तियों में अलग-अलग लक्षण उत्पन्न करती है। कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे पौधों में दिखाई देने वाले इन प्रारंभिक संकेतों को गंभीरता से लें और आवश्यकता अनुसार उर्वरकों एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों का संतुलित उपयोग कर स्वस्थ फसल एवं बेहतर उत्पादन सुनिश्चित करें।
डिण्डोरी जिला प्रशासन ने SIR में श्रीकांत कुमार मार्को की तेजी, समर्पण और उत्कृष्ट प्रगति की प्रशंसा करते हुए कहा है कि उनका कार्य सभी बीएलओ के लिए अनुकरणीय है।
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