राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता के लिए खरीफ रणनीति तैयार

तिलहन मे अतिरिक्त 6.37 लाख हेक्टेयर क्षेत्र आएगा

21 मई 2021, नई दिल्ली: तिलहन उत्पादन में आत्म-निर्भरता हासिल करने के लिए, कृषि मंत्रालय ने एक बहुआयामी रणनीति तैयार की है। इस रणनीति के तहत खरीफ सत्र  2021 के लिए किसानों को मिनी किट्स के रूप में बीजों की ऊंची उपज वाली किस्मों के मुफ्त वितरण की महत्वाकांक्षी योजना को स्वीकृति दी है। विशेष खरीफ कार्यक्रम के माध्यम से तिलहन का अतिरिक्त 6.37 लाख हेक्टेयर क्षेत्र आ जाएगा और 120.26 लाख क्विंटल तिलहन और 24.36 लाख टन खाद्य तेल के उत्पादन का अनुमान है। योजना मे 8 लाख से ज्यादा सोयाबीन और 74 हजार मूंगफली मिनी किट्स का वितरण होगा तिलहन में आत्मनिर्भर बनने के लिए, केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को उनके खेतों में इस्तेमाल के लिए ज्यादा उपज वाली किस्मों के बीजों की उपलब्धता बढ़ाकर तिलहन की उत्पादकता बढ़ाने पर भी जोर दिया है।, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत सोयाबीन और मूंगफली के लिए क्षेत्र और उत्पादकता दोनों में बढ़ोतरी की रणनीति बनाई गई है; 

  • 76.03 करोड़ रुपये की लागत से और 1,47,500 हेक्टेयर क्षेत्र कवर करने के लिए मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में 41 जिलों के लिए सहरोपण के उद्देश्य से सोयाबीन के बीजों का वितरण।
  • 104 करोड़ रुपये की लागत से और 3,90,000 हेक्टेयर क्षेत्र कवर करने के लिए 8 राज्यों मध्य प्रदेश,महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गुजरात के 73 जिलों में ज्यादा संभावना वाले जिलों के लिए सोयाबीन के बीजों का वितरण।
  • 40 करोड़ रुपये की लागत से 9 राज्यों मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, कर्नाटक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, गुजरात, उत्तर प्रदेश और बिहार के 90 जिलों में मिनी किट्स का वितरण। इससे 1,006,636 हेक्टेयर क्षेत्र कवर किया जाएगा और 8,16,435 मिनी किट्स का वितरण किया जाएगा।
  • वितरित किए जाने वाले सोयाबीन बीजों की पैदावार 20 क्विंटल/ हेक्टेयर से कम नहीं होगी। सहरोपण और ज्यादा संभावनाओं वाले जिलों के लिए बीजों का वितरण राज्य बीज एजेंसियों के माध्यम से किया जाएगा और मिनी किट्स के लिए बीजों का वितरण केन्द्रीय बीज उत्पादक एजेंसियों के माध्यम से किया जाएगा।
  • 13.03 करोड़ रुपये की लागत से बीजों, जिनकी पैदावार 22 क्विंटल/ हेक्टेयर कम न हो, के 7 राज्यों गुजरात, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में 74,000 मूंगफली बीज मिनी किट्स का वितरण। 
   
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