राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

हरिद्वार में किसानों का आंदोलन तेज, राकेश टिकैत बोले- ‘किसानों पर हुए हर लाठीचार्ज का जवाब देंगे’  

23 अगस्त 2025, नई दिल्ली: हरिद्वार में किसानों का आंदोलन तेज, राकेश टिकैत बोले- ‘किसानों पर हुए हर लाठीचार्ज का जवाब देंगे’ – बहादराबाद टोल प्लाजा पर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) का अनिश्चितकालीन धरना लगातार जारी है। किसानों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है और अब यह आंदोलन तीव्र होता जा रहा है। यह विरोध उस समय शुरू हुआ जब किसान बीते गुरुवार को देहरादून स्थित उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) के मुख्यालय की ओर मार्च कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें बहादराबाद टोल प्लाजा पर रोक दिया। इसी दौरान किसानों और पुलिस के बीच टकराव हुआ और कथित रूप से लाठीचार्ज भी किया गया।

किसानों का आरोप है कि वे शांति से अपनी मांगों को लेकर देहरादून की ओर जा रहे थे, लेकिन रास्ते में रोके जाने के बाद उन पर जबरन लाठियां बरसाई गईं। इस घटना के विरोध में किसानों ने टोल प्लाजा पर ही अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। धरनास्थल पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता लगातार जुटे हुए हैं, और यहीं पर नाश्ता, खाना और अन्य मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था यूनियन द्वारा की गई है।

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स्मार्ट मीटरों का विरोध मुख्य मुद्दा

धरने पर बैठे किसानों का कहना है कि वे राज्य सरकार द्वारा लगाए जा रहे स्मार्ट मीटरों का विरोध कर रहे हैं। किसानों के अनुसार, इन मीटरों से जो बिजली बिल आ रहे हैं, वे पूरी तरह गलत और बेहिसाब हैं। कई किसानों को लाखों रुपये तक के बिल मिले हैं, जिससे उनका आर्थिक बोझ और बढ़ गया है। उनका स्पष्ट कहना है कि वे नहीं चाहते कि किसानों के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएं क्योंकि इससे ग्रामीण जनता की जेब पर सीधा असर पड़ रहा है।

राकेश टिकैत की सख्त प्रतिक्रिया

इस पूरे घटनाक्रम पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से बयान जारी करते हुए कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि देहरादून की ओर शांतिपूर्ण मार्च कर रहे किसानों पर हरिद्वार के बहादराबाद टोल प्लाजा पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। हम किसानों पर हुए हर लाठीचार्ज का जवाब देंगे। आंदोलन को दबाने की कोशिशें सफल नहीं होंगी।”

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टिकैत के अनुसार, यह आंदोलन केवल बिजली मीटर का विरोध नहीं है, बल्कि किसानों के साथ हो रहे अन्याय और दमन के खिलाफ भी है। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही धरना स्थल पर पहुँचेंगे और वहीं से आगे की रणनीति तय की जाएगी।

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पुलिस की सफाई और किसानों का गुस्सा

पुलिस प्रशासन का कहना है कि यह सिर्फ हल्की झड़प और हाथापाई थी, और कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ। लेकिन मौके पर मौजूद किसानों ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस ने जबरन बल प्रयोग किया और कई किसानों को चोटें भी आई हैं।

जब किसानों ने टोल प्लाजा पर लगाए गए बैरिकेड्स को पार करने की कोशिश की, तब हालात और बिगड़ गए। किसानों का कहना है कि उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने से रोका गया, जो लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है।

आंदोलन के और तेज होने की संभावना

भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले हरिद्वार और रुड़की समेत आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से लगातार किसान इस धरने में शामिल हो रहे हैं। जैसे ही राकेश टिकैत धरना स्थल पर पहुँचते हैं, आगे की रणनीति की घोषणा की जाएगी। यूनियन नेताओं का कहना है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन को और बड़ा रूप दिया जाएगा।

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