नैनो और बायोस्टिमुलेंट की जबरन टैगिंग पर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का सख्त एक्शन, उल्लंघन पर लाइसेंस रद्द और FIR के निर्देश
15 जुलाई 2025, नई दिल्ली: नैनो और बायोस्टिमुलेंट की जबरन टैगिंग पर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का सख्त एक्शन, उल्लंघन पर लाइसेंस रद्द और FIR के निर्देश – केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देशभर के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को निर्देश जारी करते हुए परंपरागत उर्वरकों के साथ नैनो और बायोस्टिमुलेंट उत्पादों की जबरन टैगिंग पर तत्काल रोक लगाने को कहा है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस अवैध प्रथा को तुरंत समाप्त किया जाए और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, जिसमें लाइसेंस रद्द करना, एफआईआर दर्ज करना और अभियोजन सुनिश्चित करना शामिल है।
यह निर्देश ऐसे समय पर आया है जब सरकार किसानों को गुणवत्तापूर्ण और पारदर्शी कृषि इनपुट उपलब्ध कराने के लिए व्यापक अभियान चला रही है। जबरन टैगिंग का अर्थ है कि किसानों को पारंपरिक उर्वरकों के साथ नैनो या बायोस्टिमुलेंट उत्पाद खरीदने के लिए बाध्य किया जाता है, भले ही उन्हें इन उत्पादों की आवश्यकता न हो या उनकी जानकारी न हो। मंत्री चौहान ने कहा कि यह किसानों के अधिकारों का उल्लंघन है और उन्हें अनावश्यक आर्थिक बोझ में डालता है।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की जबरन बिक्री न केवल अनैतिक है, बल्कि उर्वरक (नियंत्रण) आदेश, 1985 के तहत अवैध भी है। इस कारण राज्यों को निर्देश दिया गया है कि वे संबंधित वितरकों, खुदरा विक्रेताओं और कंपनियों की सघन निगरानी करें और यदि कोई जबरन टैगिंग करता पाया जाए तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई करें।
शिवराज सिंह चौहान ने राज्यों से यह भी अपील की कि वे किसानों को जागरूक करें ताकि वे नकली या जबरन बेचे जा रहे उत्पादों की पहचान कर सकें और इसकी शिकायत कर सकें। इसके साथ ही कृषि विभागों और जिला प्रशासन को सजग और जिम्मेदार बनने को कहा गया है ताकि किसानों के हितों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सरकार का यह कदम किसानों को शोषण से बचाने और कृषि क्षेत्र में पारदर्शिता और विश्वास बहाल करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मंत्री ने यह भी दोहराया कि किसान देश की रीढ़ हैं और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कोई भी समझौता स्वीकार्य नहीं होगा।
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