Farmer Success Story (किसानों की सफलता की कहानी)

मशरूम का उत्पादन व व्यंजन बनाकर रीना बनी महिला उद्यमी

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28 नवम्बर 2022, भोपाल । मशरूम का उत्पादन व व्यंजन बनाकर रीना बनी महिला उद्यमी – बिहार के मधुबनी शहर के वार्ड- एक लहेरियागंज निवासी की रीना कुमारी के मशरूम से बने लजीज व्यंजन हर किसी को पसंद आ रहे। इससे एक दर्जन महिलाएं भी पहचान बना रही हैं। लोग इन्हें मशरूम लेडी के नाम से जानते हैं। घर की रसोई में बना वाट्सएप ग्रुप व फोन पर आर्डर ले इसकी बिक्री करती है। इससे वे महीने में साढ़े तीन से चार लाख रुपये का कारोबार कर रही हैं। दिसंबर, 2020 से मशरूम का उत्पादन कर रहीं रीना ने कोरोना की दूसरी लहर में इससे विभिन्न तरह के उत्पाद बनाने का निर्णय लिया। इसका प्रशिक्षण वे शहर से सटे रांटी गांव स्थित परिणामा ट्रेनिंग सेंटर में लिया था। अप्रैल में इसकी शुरुआत की। वे महीने में एक क्विंटल मशरूम का उत्पादन करती हैं। इसमें से 75 किलो से विभिन्न तरह के उत्पाद बनाने लगीं। बिक्री के लिए एक वाट्सएप ग्रुप बनाया। इसमें उनका साथ किसान पति चंदन कुमार ने दिया। काम बढिय़ा चल निकला तो मशरूम उत्पादन करने वाली आसपास की एक दर्जन महिलाओं को जोड़ लिया। अब वे महीने में विभिन्न तरह के 200 किलोग्राम व्यंजन बेच रही हैं। इसके अलावा मशरूम दीवानी 250 प्लेट, मशरूम हांडी (एक तरह की सब्जी) 300 प्लेट की बिक्री हो रही है। 30 से 35 प्रतिशत तक मुनाफा हो रहा है। तकरीबन दो क्विंटल मशरूम भी बेच रही हैं। मशरूम मलाई चमचम 400 रुपये प्रति किलो, मशरूम लड्डू 600 रुपये, चिप्स 300, कैंडी 400, बर्फी व हलवा 600 रुपये, अचार 800 रुपये, मुरब्बा 350, गुलाब जामुन 450 रुपये और मशरूम पाउडर 12 सौ रुपये किलो उपलब्ध है। इसके अलावा मशरूम कचौड़ी 50 रुपये प्लेट (पांच पीस), सैंडविच 45 रुपये पीस और मशरूम चंद्रकला 30 रुपये पीस है। मशरूम दीवानी 260 व मशरूम हांडी 250 रुपये प्लेट है। मशरूम की बिक्री 240 रुपये प्रति किलो होती है। रीना कहती हैं कि मोबाइल पर आर्डर के बाद व्यंजन की डिलीवरी शहर में पांच किलोमीटर की दूरी तक की जाती है। अचार, मुरब्बा और कैंडी जैसे उत्पाद की बिक्री पूरे जिले में होती है। इसे काफी दिनों तक रखकर उपयोग किया जा सकता है। डिलीवरी में घर के पुरुष सदस्य सहयोग करते हैं। सप्लाई के लिए डिलीवरी करने वाली कंपनियों से बातचीत चल रही है। इससे व्यापार बढ़ेगा। उनके साथ जुड़ीं रेखा देवी, सुनैना देवी, मंजू देवी, साधना कुमारी और रानी कुमारी सहित अन्य महिलाओं का कहना है कि घर बैठे उन्हें काम मिल गया है। लोग इन व्यंजनों को काफी पसंद कर रहे हैं। महीने में आठ से 10 हजार की आमदनी हो रही है। मशरूम उत्पादन को बेहतर रोजगार के रूप में रीना कुमारी ने आगे बढ़ाया है।

  • संदीप कुमार स्वतंत्र पत्रकार
    san007ht@gmail.com

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