24 मार्च 2021, टीकमगढ़ । किसानों के लिए नई सौगात ‘लेमनग्रास’ – भारत सरकार, सी.एस.आई.आर. भारतीय समवेत औषध संस्थान (आई.आई.आई.एम.) जम्मू द्वारा गत सप्ताह कृषि विज्ञान केन्द्र, टीकमगढ़ में “औषधीय एवं सुगंधित पौधों” की खेती पर एक दिवसीय प्रशिक्षण हुआ। यह आयोजन सी.एस. आई. आर.- एरोमा मिशन परियोजना के तहत डॉ. डी. श्रीनिवास रेड्डी, निदेशक आई.आई.आई.एम., जम्मू के नेतृत्व में किया गया।
परियोजना का शुभारम्भ डॉ. आर. के. प्रजापति, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र, टीकमगढ़ ने किया। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य आई.आई. आई.एम. जम्मू द्वारा विकसित औषधीय एवं सुगंधित पौधों जैसे लेमनग्रास, रोजाग्रास, मिन्ट, जेरेनियम एवं अन्य उपयोगी पौधो का किसानों के प्रक्षेत्र तक पहुंचाकर उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है। कार्यक्रम में डॉ. सभाजीत, वैज्ञानिक आई. आई.आई.एम. जम्मू ने औषधीय एवं सुगंधित पौधों लेमनग्रास, रोजाग्रास, मिन्ट, जेरेनियम एवं अन्य सुगंधित पौधों की खेती करने के तौर तरीकों एवं उनकी उपयोगिता की विस्तृत जानकारी दी। उन्होने बताया कि एक एकड़ लेमनग्रास एवं रोजाग्रास की खेती करके किसान अपनी प्रतिवर्ष आय दुगनी करके मुनाफा कमा सकते है।
उन्होने यह भी बताया सी. एस.आई.आर. एरोमा मिषन के तहत किसानो को तकनीकी जानकारी के साथ साथ गुणवत्ता युक्त रोपड़ सामग्री (पौध एवं बीज) एक एकड़ के लिये एवं संस्थान द्वारा तेल निकालने के लिये आसवन ईकाई की सुविधा भी प्रति कल्स्टर मुफ्त में दिया गया है ।