पुराने समय के तरीके अपनाओं तो सालों तक धान में नहीं पड़ेंगे कीड़े
04 दिसंबर 2025, भोपाल: पुराने समय के तरीके अपनाओं तो सालों तक धान में नहीं पड़ेंगे कीड़े – किसान भाई अक्सर ये शिकायत करते है कि स्टोर में रखा धान खराब हो गया है या फिर कीड़े लग गए है. वैसे कृषि वैज्ञानिकों का यह कहना है कि यदि पुराने समय के तरीके अपनाए जाते है तो सालों तक धान को सुरक्षित रखा जा सकता है क्योंकि पहले के तरीकों से धान खराब होता नहीं था.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, धान को लंबे समय तक सुरक्षित रखने की शुरुआत इसकी सफाई से होती है. पहले के समय में धान की गहाई के लिए एक साफ और मजबूत जगह बनाई जाती थी, जिसे खलियान कहते थे. इस जगह को गोबर से लिपा जाता था ताकि मिट्टी मजबूत हो जाए और किसी तरह की नमी जमीन से धान तक न पहुंच सके. धान के लोंगे को खलियान पर फैलाकर बैलगाड़ी से दबाया जाता था, जिससे धान और पुआल अलग हो जाते थे. इसके बाद धान को हाथ से उड़ाई कर साफ किया जाता था. यह सफाई बहुत जरूरी है क्योंकि गंदगी या नमी वाले दाने जल्दी खराब हो जाते हैं.
धान को हमेशा सूखी जगह पर फैलाकर पूरी तरह सुखाना बेहद जरूरी है. अगर दाने में थोड़ी भी नमी रह गई, तो स्टोरेज में कीड़े लगने का खतरा बढ़ जाता है. पुराने समय में धान को पाटन और कोठी नाम की संरचनाओं में रखा जाता था. ये लकड़ी, मिट्टी या बांस से बने लंबे डिब्बे होते थे, जो पूरी तरह बंद रहते थे. इनकी खासियत यह थी कि इनमें हवा अंदर नहीं जाती थी और नमी रुक जाती थी. ऊपर से धान को मिट्टी , राख या पुआल की परत से पूरी तरह बंद कर दिया जाता था. इससे धान पूरे साल सूखा, सुरक्षित और कीट-मुक्त रहता था. धान को सीधे जमीन पर नहीं रखा जाता था. नीचे पुआल या सूखी लकड़ी बिछाई जाती थी ताकि नमी नीचे से ऊपर न जा सके. इस तरह स्टोर की गई धान कई साल तक खराब नहीं होती थी. आज भी यह तरीका सबसे सुरक्षित माना जाता है
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