सोयाबीन की फसल के लिए किसान भाई ध्यान दें ! सलाह जारी की
07 जुलाई 2025, भोपाल: सोयाबीन की फसल के लिए किसान भाई ध्यान दें ! सलाह जारी की – मध्यप्रदेश में सोयाबीन की फसल लेने वाले किसानों के लिए कृषि वैज्ञानिकों ने सलाह जारी की है। दरअसल अभी बारिश का मौसम है और ऐसे में किसानों को विशेष रूप से ध्यान देने के लिए कहा गया है।
मध्य भारत सहित अन्य इलाकों में कहीं कहीं पर सोयाबीन की फसल 10 से 12 दिन की हो गई है। उपरोक्त स्थिति में सोयाबीन किसानों को भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर द्वारा दी गई साझा सलाह को अपनाने की सलाह दी जाती है। वर्तमान में सोयाबीन की फसल की स्थिति संतोष जनक है। डायगोनोस्टिक टीम एवं मैदानी अधिकारी समय-समय पर क्षेत्र भ्रमण कर रहे है। कहीं-कही पर फसल 10 से 12 दिन की अवस्था की भी हो गई है। वर्तमान में फसल की आवश्यकता अनुसार वर्षा हो रही है।
जलभराव की स्थिति हो तो
किसान को यदि कहीं पर जलभराव की स्थिति हो तो जल निकासी की उचित व्यवस्था करें। किसान भाइयों जिले में पिछले 03 से 04 दिनों से हल्की बारिश होने से मौसम में नमी अधिक होने से कुछ बिमारियां लगने की संभावना हो सकती है। कही पर भी सोयाबीन की फसल में असमान स्थिति दिखने पर कृषि विज्ञान केंद्र उज्जैन के वरिष्ठ वैज्ञानिकों से मार्ग दर्शन प्राप्त कर सकते है। सोयाबीन में खरपतवार नियंत्रण के लिए वरीयता के अनुसार हाथ से निराई/डोरा/कुलपा/खड़ी फसल में उपयोगी रासायनिक खरपतवार नाशक में से किसी एक का प्रयोग करें। सोयाबीन फसल के लिए अनुशंसित खरपतवारनाशकों की सूची के लिए तालिका देखें। बुआई की तिथियों में भिन्नता के कारण लम्बे समय तक कीटों का प्रकोप रहने की सम्भावना रहती है, अतः कीटनाशकों का छिड़काव सावधानी से करें। सोयाबीन की फसल में पत्ती खाने वाले कीटों से बचाव के लिए फूल आने से पहले क्लोरएन्ट्रानिलिप्रोल 18.5 एस.सी. (150 मिली/हेक्टेयर) का छिड़काव करने की सलाह दी जाती है। इससे अगले 30 दिनों तक पत्ती खाने वाले कीटों से बचाव होगा।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: