Crop Cultivation (फसल की खेती)

Crop Cultivation includes package of practices (Kheti ki Jankari) and innovations in farming practices (Beej Upchar, Kharpatwar niyantaran, rogon aur sankraman se suraksha)

Cereal crops (अनाज की फसल) – Gehu, Dhan, Makka, Jau, Bajra, Jowar, Ragi, Kodo, Kutki.

Oil seeds (तिलहन) – Soybean, Canola, Sarso, Surajmukhi, Moongfali.

Pulses (दलहन फसल) – Moong, Arhar, Tur, Chana, Masoor, Urad.

Fibre crops (रेशे वाली फसलें) – Kapas (Cotton), Jute. Tuber crops (कंद की फसलें) – Aalu, shakarkand, shaljam, Arbi.

Spice crops (मसाला फसलें) – ilichai, laung, haldi, adrak, lehsun, jeera, Kela, ganna (Sugarcane), Mirch, dhaniya.

Cash crops (नकदी फसलें) – Chai, Coffee, Tambaku. 

Vegetable crops (सब्जियों की फसलें) – Pyaz, tamatar, baingan, lauki, gilki, kaddu, bhindi, palak, methi, gobhi.

Fruit crops (फल) – Angoor, Aam, sab, kela, Santara, Anar, amrood ki kheti ki jankari.

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क्या अप्रैल-मई फलों के बगीचे स्थापित करने का सही समय है; गड्ढे खोदने के लिए सही दूरी का सुझाव दें

12 अप्रैल 2024, भोपाल: क्या अप्रैल-मई फलों के बगीचे स्थापित करने का सही समय है; गड्ढे खोदने के लिए सही दूरी का सुझाव दें – यदि किसान आम, अमरूद और अन्य फलों के नए बगीचे स्थापित करने की योजना बना

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अमरूद का बाग लगाने का सही समय कब है?

12 अप्रैल 2024, भोपाल: अमरूद का बाग लगाने का सही समय कब है? – अमरूद के अंकुरित पौधों को बगीचे में तब्दील किया जा सकता है। सर्दियों की फसल की कटाई के बाद मौजूदा पेड़ों की छटाई की जाए और

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आम पर इल्लियों के नियंत्रण के लिए सलाह

12 अप्रैल 2024, भोपाल: आम पर इल्लियों के नियंत्रण के लिए सलाह – अप्रैल से जून के महीनों के दौरान कई प्रकार के कैटरपिलर नए फलों और छोटे फलों को नुकसान पहुंचाते हैं। आम में फल छेदक कीट का प्रकोप

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ड्रैगन फ्रूट की खेती

आकाश जोशी, आदेश गुर्जर, अजय पटेल, सेज विश्वविद्यालय, इंदौर 12 अप्रैल 2024, भोपाल: ड्रैगन फ्रूट की खेती – ड्रैगन फ्रूट की खेती फल के रूप में की जाती है। यह अमेरिकी मूल का फल है, जिसे इजऱाइल, श्रीलंका, थाईलैंड, वियतनाम

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औषधीय पौधों का महत्व

11 अप्रैल 2024, भोपाल: औषधीय पौधों का महत्व – औषधीय पौधों को भोजन, औषधि, खुशबू, स्वाद, रंजक और भारतीय चिकित्सा पद्धतियों में अन्य मदों के रूप में उपयोग किया जाता है। औषधीय पौधों का महत्व उसमें पाए जाने वाले रसायन

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मूंग की अनुशंसित किस्में कौन सी है

11 अप्रैल 2024, भोपाल: मूंग की अनुशंसित किस्में कौन सी है – मूंग की अनुशंसित किस्मों में प्रचलित है केएम-2195 स्वाती, आईपीयू-1026, 11-02, 13-01, गंगा-8, टीजेएन-3, पीकेवीएकेएम-4, आईपीएम-205-7 (विराट), 410-3 (शिखा), टीजेएम-37, पीडीएम-139, हम-16, 12, पूसा-95-31, जेएम-731, पूसा विशाल, एसएमएल-668, सुकेती

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मूंग की कटाई, मड़ाई एवं भण्डारण कैसे करे

11 अप्रैल 2024, भोपाल: मूंग की कटाई, मड़ाई एवं भण्डारण कैसे करे – मूंग की फसल की जब 75-80 प्रतिशत फलियाँ पक जायें तो हंसिया की सहायता से कटाई कर लें तथा फसल को एक दो दिन के लिये खेत

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मूंग में कीट एवं खरपतवार प्रबंधन कैसे करें

11 अप्रैल 2024, भोपाल: मूंग में कीट एवं खरपतवार प्रबंधन कैसे करें – मूँग में रोग तथा नाशीजीव न केवल फसल को हानि पहुँचाते हैं, अपितु दानों की गुणवत्ता भी खराब करते हैं। मूँग के नाशजीवों के प्रभावी विनाश के लिए समेकित प्रबंधन विधियाँ अपनायें। बुवाई के

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मूंग में पानी / सिंचाई कितनी करें

11 अप्रैल 2024, भोपाल: मूंग में पानी / सिंचाई कितनी करें – ग्रीष्मकालीन मूंग सिंचित अवस्था में उगायी जाने वाली फसल है। क्योंकि मूंग जलभराव के प्रति संवेदनशील होती है अत: तुलनात्मक रूप से ढ़ालयुक्त और लेजऱ लेवल प्रक्षेत्र को ही मूंग की फसल के लिये

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मूंग में उर्वरक प्रबंधन कैसे करे; फर्टिलाइजर कितना डालें

11 अप्रैल 2024, भोपाल: मूंग में उर्वरक प्रबंधन कैसे करे; फर्टिलाइजर कितना डालें – मूंग में सिंचित अवस्था में, फॉस्फोरस की कमी युक्त मृदा में फॉस्फेट युक्त उर्वकों की आवश्यकता होती है। गेहूँ की कटाई के पश्चात् ग्रीष्मकालीन मूंग के

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