फसल की खेती (Crop Cultivation)

नवीनतम फसल की खेती (Crop Cultivation) की जानकारी और कृषि पद्धतियों में नवाचार, बुआई का समय, बीज उपचार, खरपतवार नियन्तारन, रोग नियन्तारन, कीटो और संक्रमण से सुरक्षा, बीमरियो का नियन्तारन। गेहू, चना, मूंग, सोयाबीन, धान, मक्का, आलू, कपास, जीरा, अनार, केला, प्याज़, टमाटर की फसल की खेती (Crop Cultivation) की जानकारी और नई किस्मे। गेहू, चना, मूंग, सोयाबीन, धान, मक्का, आलू, कपास, जीरा, अनार, केला, प्याज़, टमाटर की फसल में कीट नियंतरण एवं रोग नियंतरण। सोयाबीन में बीज उपचार कैसे करे, गेहूँ मैं बीज उपचार कैसे करे, धान मैं बीज उपचार कैसे करे, प्याज मैं बीज उपचार कैसे करे, बीज उपचार का सही तरीका। मशरुम की खेती, जिमीकंद की खेती, प्याज़ की उपज कैसे बढ़ाए, औषदि फसलों की खेती, जुकिनी की खेती, ड्रैगन फ्रूट की खेती, बैंगन की खेती, भिंडी की खेती, टमाटर की खेती, गर्मी में मूंग की खेती, आम की खेती, नीबू की खेती, अमरुद की खेती, पूसा अरहर 16 अरहर क़िस्म, स्ट्रॉबेरी की खेती, पपीते की खेती, मटर की खेती, शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स, लहसुन की खेती। मूंग के प्रमुख कीट एवं रोकथाम, सरसों की स्टार 10-15 किस्म स्टार एग्रीसीड्स, अफीम की खेती, अफीम का पत्ता कैसे मिलता है?

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आलू की उन्नत खेती

केन्द्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2020 तक देश को 49 लाख टन आलू का उत्पादन करना होगा इसके लिए आलू की उत्पादकता यूरोपीय देशों की तरह बढ़ाना होगा। यहां के निदेशक डॉ. स्वरूप कुमार

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देशी काबुली गुलाबी चना लगाएं

देशी, काबुली और गुलाबी चना चना मध्यप्रदेश की मुख्य दलहनी फसल है। मध्यप्रदेश में देशी, काबुली और गुलाबी चना की फसल सफलतापूर्वक ली जाती है। प्रदेश में इसका रकबा लगभग 25.72 लाख हेक्टेयर, उत्पादन लगभग 25.35 लाख टन है। पूरे

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आलू की उन्नत खेती

केन्द्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला केन्द्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2020 तक देश को 49 लाख टन आलू का उत्पादन करना होगा इसके लिए आलू की उन्नत खेती द्वारा उत्पादकता यूरोपीय देशों की तरह

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श्री विधि से सरसों की खेती

श्री विधि से सरसों की खेती क्या है? यह सरसों की खेती करने का तरीका है जिसमें श्री विधि के सिद्धांतों का पालन करके अधिक उपज प्राप्त की जाती है जैसे – कम बीज दर सिर्फ 50 ग्राम से 250

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गेहूं में जड़ माहू का नियंत्रण

गेहूं की फसल पर जड़ माहू का नियंत्रण भारत जैसे विशाल देश में खाद्य समस्या को सुलझाने में गेहूं महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। गेहूं के प्रमुख कीटों से नुकसान के कारण इसकी उत्पादकता कम हो जाती है। कभी-कभी फसल

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कम पानी में मसूर खेती कर लाभ कमायें

मसूर की खेती भारतवर्ष में उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल एवं झारखण्ड में मुख्य रूप से होती है। उत्पादकता प्रति हेक्टेयर 611 किग्रा है। म.प्र. में मसूर का क्षेत्रफल 6.2 लाख हेक्टेयर है परन्तु उत्पादकता 371 किग्रा है। म.प्र. में अशोक

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मालवी गेहूं की उन्नत किस्म एचआई-8737 पूसा अनमोल

पोषक तत्व, प्रोटीन, आयरन, जिंक से भरपूर बीज उपचार: मालवी गेहूं की उन्नत किस्म एचआई-8737 पूसा अनमोल इस किस्म में बीज जनित बीमारियों के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है, अत: कवकनाशी से बीज का उपचार न

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रबी की रौनक सही बीज और उर्वरक

प्रकृति की विचित्र मेहरबानी से इस वर्ष नवम्बर के शुरूआती सप्ताह तक पानी बरसता रहा इससे रबी फसलों की बुआई के लिये, भूमि की तैयारी के लिये अच्छा अवसर मिल गया, जहां तक अच्छे उत्पादन का प्रश्न है। यदि भूमि

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नई किस्में, तकनीक का प्रसार करें

वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक सम्पन्न  रायसेन। कृषि विज्ञान केन्द्र, रायसेन में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में श्री एन.पी. सुमन, उपसंचालक कृषि, डॉ. पी.के. अग्रवाल, उपसंचालक पशुुपालन, डॉ. अरविन्द सक्सेना, सह प्राध्यापक, कृषि

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फसल की खेती (Crop Cultivation)उद्यानिकी (Horticulture)

नए बागों की देख-रेख

पौधों को बगीचों में लगाने के पश्चात् उनकी शीघ्र एवं उचित वृद्धि के लिए अच्छी प्रकार से देख-रेख करना आवश्यक है। जिसके लिये निम्रलिखित काम सुचारू रूप से करना चाहिये:- सिंचाई:- नये स्थापित पौधों में पानी की अधिकता व कमी

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