राज्य कृषि समाचार (State News)फसल की खेती (Crop Cultivation)

सोयाबीन की फसल पीली होने पर विशेष सावधानियां बरतें

12 सितम्बर 2025, इंदौर: सोयाबीन की फसल पीली होने पर विशेष सावधानियां बरतें – इंदौर जिले में इन दिनों कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल पीली होने की जानकारी प्राप्त हो रही है। जो सामान्यतः एन्थेक्रोज रोग, पीला मोजेक के कारण परिलक्षित हो रही है, जिसका नियंत्रण किया जाना संभव है।

किसान कल्याण तथा कृषि विकास के उप संचालक ने किसानों को सलाह दी है कि यदि फसलों पर कहीं भी कीट व्याधि का प्रकोप दिखाई दे तो रोग प्रबंधन जरूरी है। अगर सोयाबीन की फसल में राईजोटोनिया एरियल ब्लाइट रोग के लक्षण दिखाई देने पर अनुसंशित फफूंद नाशक फ्लुक्सापयोक्साड पायरोक्लोस्ट्रोबीन (300 ग्राम/हेक्टेयर) या पायरोक्लोस्ट्रोबीन इपोक्कोसीकोनाजोल (750 एम.एल./हेक्टेयर) का स्प्रे करें। यदि फसल में एन्थ्राक्रोस रोग के लक्षण दिखाई देने पर प्रारम्भिक अवस्था में ही इसके नियंत्रण के लिए टेबुकोनाजोल 25.9 ई सी (625 एम.एल./ हेक्टर) टेबुकोनाजोल 38.39 एस सी (625 एम.एल./हेक्टेयर) टेबुकोनाजोल 10 प्रतिशत तथा सल्फर 65 प्रतिशत डबल्यू जी (1.25 कि.ग्रा./हेक्ट) या कार्बेन्डाजिम 12 प्रतिशत मैंकोजेब 63 प्रतिशत डब्लू पी (1.25 किग्रा./ हेक्टेयर) या का स्प्रे करें।

सोयाबीन फसल में पीला मोजेक या सोयाबीन मोजेक के लक्षण दिखने पर इस रोग को फैलाने वाले वाहक सफेद मक्खी है। इसके नियंत्रण के लिए थायोमिथोक्सम 12.60 प्रतिशत तथा लैम्ब्डा सायहेलोथ्रिन 09.50 प्रतिशत जेड.सी. (125 मिली./हे.) या बीटासायफ्लुझिन और इमिडाक्लोप्रिड (350 मिली./हे.) का छिड़काव करें। सफेद मक्खी के नियंत्रण के लिए किसान भाई अपने खेत में 20 से 25 स्थानों पर पीली ट्रेप भी लगाए।

फसल में कीट प्रबंधन के लिए सलाह –   उप संचालक  कृषि के अनुसार पत्ती खाने वाली इल्लियों (सेमीलूपर /तम्बाकू/चने की इल्ली) तथा रस चूसने वाले कीट जैसे सफेद मक्खी/जसीड एवं तना छेदक कीट गर्डल इन कीटों के लक्षण दिखाई देने पर प्रारंभिक अवस्था में ही इसके नियंत्रण के लिए थायक्लोप्रिड 21.7 एस.सी. (750 मिली/हेक्टेयर) या टेट्रा निलिप्रोल 18.18 एस.सी. (250-300 मिली/हे) या क्लोरएन्ट्रानिलिप्रोल 9.30 प्रतिशत तथा लैम्ब्डा सायहेलोथ्रिन 09.50 प्रतिशत जेड.सी. (125 मिली/हेक्टेयर) या प्रोफेनोफॉस 50 ईसी (1 ली./ हेक्टेयर) या इमामेक्टीन बेन्झोएट (425 मिली /हेक्टेयर) का छिडकाव पर्याप्त पानी की मात्रा (नैप्सैक स्प्रेयर या ट्रैक्टर चलित स्प्रेयर से 450 लीटर / हे पॉवर स्प्रेयर से 200 लीटर /हेक्टेयर न्यूनतम) का उपयोग करें।

आपने उपरोक्त समाचार कृषक जगत वेबसाइट पर पढ़ा: हमसे जुड़ें
> नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़व्हाट्सएप्प
> कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें
> कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: E-Paper
> कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: Global Agriculture

Advertisements