राज्य कृषि समाचार (State News)

राजस्थान: कृषि में एआई और वैल्यू चेन से आएगा बदलाव, किसानों को मिलेगा स्मार्ट समाधान

28 जुलाई 2025, भोपाल: राजस्थान: कृषि में एआई और वैल्यू चेन से आएगा बदलाव, किसानों को मिलेगा स्मार्ट समाधान – राजस्थान में शनिवार को वैल्यू चेन विकास और एआई  (Artificial Intelligence) के माध्यम से उद्यानिकी और कृषि क्षेत्र में रूपांतरण को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला कलेक्टर लोक बन्धु ने की। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी  रामप्रकाश ने विभिन्न सुझावों और प्रस्तावों पर अपने विचार प्रस्तुत किए।

जिला कलेक्टर ने कहा कि एग्रीस्टेक एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो किसानों को विभिन्न सरकारी एवं निजी सेवाओं से जोड़ता है। इससे योजनाओं की जानकारी और लाभ लेने की प्रक्रिया तेज़, आसान और पारदर्शी होगी। यह प्लेटफॉर्म प्रमाणित डेटा के साथ किसानों को योजनाओं के फेच, सेवा वितरण, और निर्णय में मदद करेगा।

एआई से खेती की पैदावार, दक्षता और संसाधन प्रबंधन में होगा सुधार

कलेक्टर श्री लोक बन्धु ने बताया कि एआई का मुख्य उद्देश्य खेती की पैदावार बढ़ाना, संसाधनों का बेहतर उपयोग और समग्र दक्षता में सुधार है। एआई के जरिए मिट्टी की स्थिति, मौसम के पैटर्न, फसल की स्थिति जैसे डेटा का विश्लेषण किया जाएगा। इससे सटीक खेती, रियल टाइम मार्गदर्शन, और नुकसान में कमी आएगी।

प्रभावी निर्णय और योजनाओं के लिए डेटा आधारित अंतर्दृष्टि

बैठक में बताया गया कि एआई से मौसम, पैदावार, रोग नियंत्रण जैसे बड़े डेटा सेट का विश्लेषण करके किसानों और शोधकर्ताओं को सटीक सुझाव मिलेंगे। यह पर्यावरण के अनुकूल टिकाऊ कृषि पद्धतियों को भी बढ़ावा देगा। राजस्थान सरकार की ओर से कृषि में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की घोषणा की गई है। इस केंद्र का उद्देश्य कृषि की चुनौतियों का तकनीकी समाधान करना है और इसे अधिक उत्पादक, कुशल और आधुनिक बनाना है।

उद्यानिकी उत्पादों के लिए वैल्यू चेन और कोल्ड चेन विकास

कलेक्टर ने कहा कि फलों और सब्जियों की फसल तुड़ाई के बाद की हानि को रोकने, गुणवत्ता बनाए रखने और बेहतर मूल्य दिलवाने के लिए कोल्ड चेन, प्रसंस्करण, और वैल्यू एडिशन की बड़ी भूमिका है। इसके लिए सरकार की ओर से 35 से 50 प्रतिशत तक अनुदान भी दिया जा रहा है।

जैविक खेती में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों को सम्मान

बैठक के दौरान जैविक कृषि में बेहतरीन कार्य करने वाले किसानों को सम्मानित किया गया। इसमें श्री उगम सिंह रावत (हाथी पट्टा श्रीनगर), श्री लक्ष्मण गेना (तबीजी), और श्री शंकर सिंह रावत (केसरपुरा) शामिल हैं।

आईआईटी के सहयोग से कृषि में एआई का प्रयोग

बैठक में संयुक्त निदेशक कृषि श्री संजय तनेजा ने बताया कि आईआईटी रोपड़, भुवनेश्वर और आईआईटी-आई में एआई आधारित उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए गए हैं। ये केंद्र परंपरागत ज्ञान और आधुनिक तकनीक को मिलाकर किसानों के लिए बेहतर समाधान तैयार कर रहे हैं।

बैठक में उपस्थित अधिकारी एवं विशेषज्ञ

इस अवसर पर उद्यानिकी विभाग के सहायक निदेशक श्री के.पी. सिंह राजावत, परियोजना निदेशक आत्मा उषा चितारा, कृषि विज्ञान केंद्र अध्यक्ष डॉ. धर्मेन्द्र सिंह भाटी, कृषि तकनीकी केंद्र तबीजी के उप निदेशक श्री मनोज कुमार शर्मा, अग्रणी जिला प्रबंधक श्री संजय कुमार सिंह, सहायक निदेशक अनुप्रिया यादव, कृषि अधिकारी पुष्पेन्द्र सिंह, डॉ. शिवपाल चौधरी, कन्हैयालाल सुनारीवाल, के.सी. माली, सेठू रावत सहित अनेक प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements