छत्तीसगढ़ में किसान कॉल सेंटर का शुभारंभ: अब किसान QR कोड से सीधे बेच सकेंगे फसल, कॉल सेंटर से मिलेगा तुरंत समाधान
15 सितम्बर 2025, भोपाल: छत्तीसगढ़ में किसान कॉल सेंटर का शुभारंभ: अब किसान QR कोड से सीधे बेच सकेंगे फसल, कॉल सेंटर से मिलेगा तुरंत समाधान – छत्तीसगढ़ राज्य के किसानों के हित में चलाए जा रहे कृषि क्रांति अभियान के तहत जशपुर में किसान कॉल सेंटर, एग्रीबिड और बाजार व्यवस्था को आसान बनाने के उद्देश्य से QR कोड आधारित ‘G-Com India’ ऐप का शुभारंभ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने बगिया स्थित निवास कार्यालय से किया।
इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष श्रीमती गोमती साय, जशपुर की विधायक रायमुनी भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जिले में कृषि के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों के लिए भी अनुकूल वातावरण है। आम, लीची, नाशपाती के साथ-साथ चाय, टाऊ, कटहल जैसी फसलों का अच्छा उत्पादन हो रहा है। लेकिन अब तक किसानों को उचित बाजार नहीं मिलने के कारण वे अपनी उपज को औने-पौने दामों में बिचौलियों को बेचने को मजबूर थे। QR कोड व्यवस्था से अब किसान सीधे देश के किसी भी कोने में बैठे खरीदार को अपनी फसल बेच सकेंगे। इससे किसानों को बिचौलियों से छुटकारा मिलेगा और उन्हें अपनी उपज का सही मूल्य मिलेगा।
किसान कॉल सेंटर देगा विशेषज्ञों से सीधी सहायता
कार्यक्रम में बताया गया कि किसान कॉल सेंटर के ज़रिए किसान अपनी खेती से जुड़ी समस्याओं का समाधान सीधे विशेषज्ञों से कॉल, मैसेज या व्हाट्सऐप के माध्यम से पा सकेंगे। कॉल सेंटर के लिए +91-8069378107 नंबर जारी किया गया है। इसमें 12 विशेषज्ञों की टीम कार्य करेगी, जिसमें कृषि विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर, कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक और अन्य अनुभवी लोग शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री साय की उपस्थिति में जिला प्रशासन और एग्रीबिड के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर भी किए गए। इस कॉल सेंटर के माध्यम से किसानों को सरकारी योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी और योजना का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। किसानों की समस्याओं को अधिकारियों तक तुरंत पहुंचाया जाएगा, जिससे समय पर समाधान मिल सकेगा।
शैक्षणिक भ्रमण और पशुपालन को भी मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री साय ने कृषि क्रांति एवं आत्मा योजना के तहत 35 किसानों के दल को रायपुर और दुर्ग के शैक्षणिक भ्रमण पर रवाना किया। इन किसानों में कुनकुरी के 15 और कांसाबेल के 20 किसान शामिल हैं। वे वैज्ञानिक तरीके से खेती और खाद्य प्रसंस्करण के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे, जिसे वे आकर अपने क्षेत्र में लागू कर सकेंगे। भ्रमण के दौरान किसानों को BNR Seeds रायपुर और Indus Mega Food Park रायपुर द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने बताया कि NDDB के सहयोग से राज्य के 6 जिलों में एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत बेहतर नस्ल के दुधारू पशु वितरित किए जा रहे हैं और ग्रामीणों को पशुपालन का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
देशभर से किसान जोड़ सकेंगे फसलों के खरीदार
‘G-Com India’ ऐप के जरिए अब जिले के किसान QR कोड के माध्यम से देश के किसी भी हिस्से में बैठे खरीदार से सीधे संपर्क कर सकेंगे। इससे किसान अब केवल स्थानीय मंडी पर निर्भर नहीं रहेंगे। ऐप के माध्यम से खरीदारों को किसानों के उत्पाद की जानकारी मिलेगी और वे सीधा संपर्क कर व्यापार कर सकेंगे।
अगर किसी किसान के पास पर्याप्त मात्रा में फसल नहीं है, तो वह अपने आस-पास के अन्य किसानों के उत्पादों को मिलाकर सामूहिक रूप से बिक्री कर सकेगा। इससे सभी किसानों का सामूहिक विकास होगा और उन्हें अपनी धान, तिलहन, दलहन और नगदी फसलों के लिए घर बैठे सही दाम मिल सकेंगे। किसान को केवल अपने उत्पाद की मात्रा और जानकारी ऐप पर देनी होगी।
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