किसानों को बड़ी राहत: गुजरात सरकार 9 नवंबर से एमएसपी पर खरीदेगी मूंगफली, मूंग, उड़द और सोयाबीन
07 नवंबर 2025, भोपाल: किसानों को बड़ी राहत: गुजरात सरकार 9 नवंबर से एमएसपी पर खरीदेगी मूंगफली, मूंग, उड़द और सोयाबीन – गुजरात सरकार ने खरीफ फसलों के लिए किसानों को राहत देने का बड़ा ऐलान किया है। राज्य के कृषि मंत्री जीतू वघानी ने बताया कि 9 नवंबर से मूंगफली, मूंग, उड़द और सोयाबीन की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर शुरू होगी। इस कदम के जरिए उन किसानों को मदद मिलेगी जिनकी फसलें बेमौसमी बारिश की वजह से नुकसान झेल चुकी हैं। मंत्री ने कहा कि यह पहल किसानों को उनकी उपज का उचित और लाभकारी मूल्य दिलाने के साथ-साथ आर्थिक सुरक्षा भी प्रदान करेगी।
300 से अधिक खरीद केंद्रों में होगी खरीदी
वघानी ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में यह योजना तैयार की गई है। सरकार प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान के तहत लगभग 15,000 करोड़ रुपये मूल्य की फसलें खरीदने की योजना बना रही है। मूंगफली की अच्छी पैदावार को देखते हुए प्रति किसान 125 मन तक मूंगफली खरीदी जाएगी। इसके लिए राज्य में 300 से अधिक खरीद केंद्र तैयार किए गए हैं और आवश्यकता पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी।
किसानों को इतने रुपए मिलेगा फसल का MSP
कृषि मंत्री ने किसानों से अपील की कि वे अपनी फसल को कम कीमत पर न बेचें। इस पहल से बाजार भाव कम होने और मौसम से होने वाले नुकसान के बीच किसानों की आमदनी स्थिर रहेगी। इस साल एमएसपी के अनुसार मूंगफली 7,263 रुपये प्रति क्विंटल, मूंग 8,768 रुपये, उड़द 7,800 रुपये और सोयाबीन 5,328 रुपये प्रति क्विंटल बिकेगी। पिछले साल की तुलना में मूंगफली के एमएसपी में 480 रुपये, उड़द में 400 रुपये और सोयाबीन में 436 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा हुआ है।
बेमौसमी बारिश से प्रभावित किसानों को मिलेगा आर्थिक सहारा
सरकार का यह ऐलान भारी और बेमौसमी बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान के बाद आया है। अधिकारियों के मुताबिक, अरब सागर के ऊपर एक कमजोर चक्रवाती तूफान से सौराष्ट्र, उत्तर और मध्य गुजरात में फसलों को नुकसान हुआ। प्रारंभिक आकलन के अनुसार, प्रभावित क्षेत्र लगभग 30.92 लाख हेक्टेयर है, जिससे करीब 1,500 करोड़ रुपये का अनुमानित नुकसान हुआ। 249 तालुकाओं के लगभग 16,000 गांवों में फसलें प्रभावित हुई हैं। मुख्यमंत्री ने प्रभावित जिलों का दौरा किया और तेज सर्वे के निर्देश दिए।
भावनगर और अमरेली जिलों में किसानों ने फसल नुकसान की गंभीरता पर चिंता जताई और राहत की मांग की। कई किसानों ने राजस्व कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन किए। देवभूमि द्वारका में हाल ही में एक किसान ने फसल नुकसान और कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली, जिसके बाद किसानों ने तत्काल सहायता की मांग की।
मूंगफली गुजरात में खरीफ की प्रमुख फसल है और सौराष्ट्र के अमरेली, जूनागढ़ और जामनगर जिलों में इसकी खेती विशेष रूप से की जाती है। उत्तर और मध्य गुजरात में मूंग, उड़द और सोयाबीन उगाई जाती हैं। मंडियों में मूंगफली की आवक शुरू हो चुकी है और कीमतें एमएसपी के करीब हैं, जिससे किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है।
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