कृषकों के लिए सलाह: रबी फसलों में DAP की जगह SSP, TSP और NPK को करें उपयोग, मिलेगी बंपर पैदावार
02 नवंबर 2025, जयपुर: कृषकों के लिए सलाह: रबी फसलों में DAP की जगह SSP, TSP और NPK को करें उपयोग, मिलेगी बंपर पैदावार – राजस्थान के कृषि आयुक्तालय ने रबी की बुवाई में तिलहनी एवं दलहनी फसलों के लिए एसएसपी (सिंगल सुपर फॉस्फेट-16 प्रतिशत फॉस्फोरस), एनपीके एवं टीएसपी (ट्रिपल सुपर फॉस्फेट-46 प्रतिशत फॉस्फोरस) को अधिक लाभप्रद बताते हुए इनका उपयोग बढ़ने की सलाह दी है।
कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के शासन सचिव राजन विशाल ने कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक कृषि एवं संयुक्त निदेशकों को इस सम्बन्ध में किसानो को रबी वर्ष 2025-26 में अनुदानित डीएपी के वैकल्पिक उर्वरको को बढ़ाने के निर्देश दिए है कि वे अपने सम्पूर्ण जिले में उर्वरकों की उपलब्धता पर निरंतर निगरानी रखते हुए जिले में फोस्फोटिक उर्वरक डीएपी के वैकल्पिक उर्वरक टीएसपी, एसएसपी एवं एनपीके कि उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए कृषकों को इनके अधिकतम उपयोग की सलाह दें।
उन्होंने बताया की राज्य में मानसून की अच्छी वर्षा के बाद अक्टूबर माह में हुई वर्षा के कारण बारानी क्षेत्रों में तिलहनी एवं दलहनी फसलों की बुवाई अधिक क्षेत्र में होना संभावित है। वर्तमान में रात के तापमान में गिरावट के कारन फसलों की बुवाई तीव्र गति से हो रही है ।
सहायक निदेशक कृषि (वि.), जालोर सुभाष चन्द्र ने बताया कि किसानों द्वारा बुवाई के समय फोस्फोटिक उर्वरक में डीएपी के उपयोग का विशेष रूप से प्रचलन है जबकि डीएपी के वैकल्पिक उर्वरक यथा टीएसपी, एसएसपी एवं एनपीके का उपयोग इन फसलों में अधिक लाभप्रद है साथ ही एनपीके उर्वरक में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस एवं पोटाश होने से संतुलित उर्वरक के रूप में फसलों के लिए उपयुक्त है। वैकल्पिक उर्वरकों के प्रयोग से फसलों में सल्फर तथा कैल्शियम की पूर्ति भी हो सकेगी ।
इस प्रकार करें उर्वरकों का उपयोगः
कृषक तीन बैग (50 किग्रा प्रति बैग) एसएसपी के साथ एक बैग यूरिया, एक बैग (50 किग्रा प्रति बैग) टीएसपी के साथ एक बैग यूरिया तथा एनपीके उर्वरक यथा 12ः32ः16, 20ः20ः0ः13 इत्यादि का उपयोग विभागीय सिफारिश अनुसार करें।
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