राज्य कृषि समाचार (State News)उद्यानिकी (Horticulture)

बाधा डालते है इसलिए खरपतवार पर करें नियंत्रण, क्या दी सलाह

28 फ़रवरी 2025, भोपाल: बाधा डालते है इसलिए खरपतवार पर करें नियंत्रण, क्या दी सलाह – कृषि वैज्ञानिकों द्वारा हमेशा से ही किसानों को यह सलाह दी जाती रही है कि वे खरपतवार से अपनी फसलों को बचाये क्योंकि खरपतवार फसलों की बढ़ोतरी में बाधा उत्पन्न करते है लिहाजा खरपतवार पर नियंत्रण करना जरूरी होता है। इधर बिहार के किसानों को राज्य के कृषि विभाग ने कुछ उपाय बताए है जिन्हें अपनाकर किसान खरपतवार पर नियंत्रण कर सकते है।

प्रमाणित और उपचारित बीजों का प्रयोग करें

हमेशा प्रमाणित एवं उपचारित बीज का ही उपयोग करें। इससे खरपतवारों का प्रकोप कम होगा और फसल की गुणवत्ता बनी रहेगी। स्वच्छ और शुद्ध बीजों से उत्पादन भी अधिक मिलेगा।

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 मल्चिंग तकनीक अपनाएं

 मिट्टी की नमी बनाए रखने और खरपतवारों के विकास को रोकने के लिए मल्चिंग करें। जैविक मल्च जैसे पुआल, पत्तियां, नारियल का छिलका आदि का उपयोग करें। इससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और खरपतवारों का प्रसार कम होता है।

उचित फसल चक्र अपनाएं

एक ही प्रकार की फसल लगातार लगाने से खरपतवारों का प्रसार बढ़ सकता है। समय-समय पर फसल चक्र बदलने से खरपतवारों की संख्या नियंत्रित होती है। यह न केवल खरपतवार नियंत्रण में मदद करता है, बल्कि मिट्टी की उर्वरता भी बनाए रखता है।

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ग्रीष्मकालीन जुताई करें

गर्मी के मौसम में गहरी जुताई करने से खरपतवारों के बीज नष्ट हो जाते हैं। इससे अगली फसल में खरपतवारों का प्रकोप काफी हद तक कम हो जाता है साथ ही, मिट्टी अधिक उपजाऊ बनती है।

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सहफसली खेती अपनाएं 

सहफसली खेती से मुख्य फसल को खरपतवारों से बचाया जा सकता है। उदाहरण के लिए, मक्का और अरहर की मिश्रित खेती खरपतवार नियंत्रण में सहायक होती है। यह विधि मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने और फसल उत्पादन बढ़ाने में भी मदद करती है।

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