Advertisement8
Advertisement
फसल की खेती (Crop Cultivation)

श्रीराम साइशो कपास और धान में कीटों को नियंत्रित करने में अत्यधिक प्रभावी

08 अक्टूबर 2025, भोपाल: श्रीराम साइशो कपास और धान में कीटों को नियंत्रित करने में अत्यधिक प्रभावी – किसान अक्सर ऐसे कीटनाशक की तलाश में रहते हैं जो एक से अधिक फसलों में उपयोगी हो और व्यापक प्रभाव दिखा सके। श्रीराम साइशो (Shriram Saisho) ठीक ऐसा ही उत्पाद है जो कपास और धान– दोनों फसलों में रस चूसक कीटों के विरुद्ध प्रभावी कार्य करता है। यह कपास में हरा तेला (जैसिड) और धान में भूरा फुदका (ब्राउन प्लांट हॉपर) और व्हाइट बैकेड प्लांट हॉपर को नियंत्रित करता है I

श्रीराम साइशो के मुख्य लाभ:

• जैसिड्स (तेला), भूरा फुदका (BPH), व्हाइट बैकेड प्लांट हॉपर (WBPH) जैसे रस चूसक कीटों को तेज़ी से निष्क्रिय करता है।
• पौधे की क्षति तुरंत रुक जाती है, जिससे उपज प्रभावित नहीं होती।

Advertisement
Advertisement

प्रभावी उपयोग विधि:

कपास: 40-50 दिन पर पहला स्प्रे, 12-15 दिन बाद दूसरा।
धान: रोपाई के 55-60 दिन बाद स्प्रे करें।
बैंगन: 40-50 दिन पर पहला स्प्रे, आवश्यकता अनुसार दूसरा।

प्रति एकड़ 34.8 ग्राम की मात्रा को 150 से 200 लीटर पानी में मिलाकर एक एकड़ क्षेत्र में छिड़काव करें। यह सुनिश्चित करें कि पूरा पौधा स्प्रे से भीग जाए ।

Advertisement8
Advertisement

कीटों का प्रकोप आमतौर पर कीटों के प्रसार के लिए अनुकूल मौसम की स्थिति के कारण होता है। ऐसे में कीटनाशक का छिड़काव करना अनिवार्य हो जाता है। ऐसी स्थिति में, पौधों के लिए प्रभावी और सुरक्षित कीटनाशक का उपयोग करना सबसे अच्छा होता है। यह एक बहुआयामी कीटनाशक है जो अनेक हानिकारक कीटों से फसल को सुरक्षा देता है और कम डोज में भी बहुत प्रभावित है इसके अतिरिक्त श्रीराम साइशो पौधों को स्वस्थ रखता है।

Advertisement8
Advertisement

श्रीराम साइशो किसानों को एक ऐसा भरोसेमंद समाधान देता है जिससे वे अपनी फसलों को बचाकर उत्पादन और लाभ दोनों में वृद्धि कर सकते हैं।

आपने उपरोक्त समाचार कृषक जगत वेबसाइट पर पढ़ा: हमसे जुड़ें
> नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़व्हाट्सएप्प
> कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें
> कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: E-Paper
> कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: Global Agriculture

Advertisements
Advertisement5
Advertisement