फसल की खेती (Crop Cultivation)

हाचीमैन: दोहरी क्रियाविधि से दलहनी फसलों में प्रभावी खरपतवार नियंत्रण

13 जुलाई 2025, इंदौर: हाचीमैन: दोहरी क्रियाविधि से दलहनी फसलों में प्रभावी खरपतवार नियंत्रण – खरीफ सीजन में विशेषकर सोयाबीन और मूंगफली जैसी दलहनी फसलों में खरपतवार एक गंभीर समस्या बनकर सामने आती है। किसानों की इसी समस्या के समाधान हेतु देश की प्रतिष्ठित एग्रोकेमिकल कंपनी इन्सेक्टिसाइड्स इंडिया लिमिटेड ने जापानी तकनीक पर आधारित हाचीमैन नामक अत्याधुनिक खरपतवारनाशक बाजार में उतारा है। यह उत्पाद निसान केमिकल इंडस्ट्रीज़ द्वारा विकसित किया गया है, जो संकरी और चौड़ी दोनों प्रकार की पत्तियों वाले खरपतवारों पर एक साथ असर करता है।

हाचीमैन की क्रियाविधि

हाचीमैन दोहरी क्रियाविधि द्वारा खरपतवारों का प्रभावी नियंत्रण करता है। यह खरपतवारों की कोशिकाओं में फैटी एसिड बनने की प्रक्रिया को बाधित कर एसीसी (Acetyl CoA Carboxylase) एंजाइम के निर्माण को रोकता है। इसके साथ ही यह एएलएस (Aceto Lactate Synthase)एंजाइम को अवरुद्ध कर एमीनो एसिड बनने की प्रक्रिया पर भी असर करता है, जो कि प्रोटीन संश्लेषण की मूल इकाई है। इस दोहरी प्रक्रिया के कारण हाचीमैन खरपतवारों पर लंबे समय तक असर करता है।

हाचीमैन की प्रमुख विशेषताएं

  • हाचीमैन संकरी व चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों पर समान रूप से प्रभावी है।
  • इसका छिड़काव करने पर यह जाइलम और फ्लोएम दोनों के माध्यम से खरपतवार की सभी कोशिकाओं तक पहुंचता है।
  • यह जड़ों के माध्यम से भी कार्य करता है, जिससे लंबे समय तक खरपतवार नियंत्रण संभव होता है।
  • हाचीमैन से नियंत्रित होने वाले खरपतवारों में संकरी पत्ती वाले — सांवा, मकरा, वाइपर ग्रास, क्रैब घास और चौड़ी पत्ती वाले — चंचली, कनकव्वा, लहसुवा प्रमुख हैं।
  • छिड़काव के 1–2 घंटे बाद बारिश होने पर भी इसकी प्रभावशीलता पर कोई असर नहीं पड़ता।
  • यह सभी दलहनी फसलों के लिए पूर्णतः सुरक्षित है।
  • इसके प्रयोग से केवल फसल का विकास होता है, खरपतवार नहीं।

सावधानियां

  • छिड़काव खरपतवारों की उपयुक्त अवस्था में ही करें।
  • खेत में पर्याप्त नमी होना अनिवार्य है।
  • कभी-कभी छिड़काव के बाद फसल में हल्का पीलापन आ सकता है, जो 7–10 दिन में स्वयं सामान्य हो जाता है।
  • छिड़काव हमेशा फ्लड जेट या फ्लैट फेन नोजल से ही करें।
  • हाचीमैन के साथ किसी भी प्रकार का कीटनाशक, फफूंदीनाशक या टॉनिक नहीं मिलाना चाहिए।

मात्रा व प्रयोग का समय

छिड़काव तब करें जब चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार 2–3 पत्ती की अवस्था में हों और संकरी पत्ती वाले खरपतवार 2–3 पत्ती या 2–3 इंच ऊंचाई पर हों।

हाचीमैन की अनुशंसित मात्रा: 175 मिलीलीटर प्रति एकड़

बेहतर परिणाम के लिए एच-मिक्स को भी 175 मिलीलीटर प्रति एकड़ की दर से मिलाकर छिड़काव करें।

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