जानिए, मछुआरों के भी बन रहे किसान क्रेडिट कार्ड
26 सितम्बर 2022, विदिशा: जानिए, मछुआरों के भी बन रहे किसान क्रेडिट कार्ड – कृषकों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना की ही भांति जिले में मत्स्य पालको, पट्टा धारक पंजीकृत मछुआ सहकारी संस्थाओं व उनके सदस्यों के साथ ही साथ नदियों में मत्स्याखेट करने वाले मत्स्य पालकों मछुआरों के किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जा रहे हैं। मत्स्य विभाग के सहायक संचालक श्री संतोष दुबे ने बताया है कि इस योजना का लाभ लेने के लिये मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में जिले के सभी ग्रामों में शिविर आयोजित किये जा रहे है। शिविरों में मछुआरों से उनके क्रेडिट कार्ड बनाने के लिये आवेदन पत्र लिये जा रहें है।
क्रेडिट कार्ड की सीमा
मत्स्य विभाग के सहायक संचालक श्री दुबे ने बताया कि इस योजना में शासकीय, निजी तालावों में मत्स्य पालक जिन पर एक हेक्टेयर का तालाव है, उन्हें 2 लाख रूपये तक का क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी प्रकार पट्टा धारक मछुआ सहकारी समिति को जिनके पास 100 हेक्टेयर जल क्षेत्र है, उन्हें 9 लाख रूपये तक ऋण सीमा का क्रेडिट कार्ड दिया जा रहा है। पट्टा धारक मछुआ सहकारी समितियों के सदस्यों को नाव-जाल क्रय करने के लिये 23 हजार प्रति सदस्य के मान से क्रेडिट कार्ड दिया जा रहा है। जिले में प्रवाहित नदियों में मत्स्याखेट करने वाले मछुआरे को आवश्यक जाल क्रय करने के लिये स्वयं के स्तर से जिन मछुआरों द्वारा व्यवस्था की जा रही है, ऐसे मछुआरों के लिए 10 किलोग्राम जाल क्रय करने के 800 रूपये किलोग्राम के मान से अधिकतम 8 हजार रूपये ऋण सीमा तक का किसान क्रेडिट कार्ड जारी कराए जाने का प्रावधान है।
कौन से प्रमाण पत्र चाहिए
नदियों में मछली पकड़ने वाले मछुआरों को इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक मछुआरों को ग्रामीण क्षेत्र का निवासी होने पर ग्राम प्रधान व सचिव का प्रमाणीकरण आवश्यक है तथा नगरीय निकाय क्षेत्र का निवासी होने पर पार्षद का प्रमाणीकरण आवश्यक है। ततसंबंध में अन्य विस्तृत जानकारी के लिए मत्स्य विभाग के सहायक संचालक श्री संतोष दुबे के मोबाइल नंबर 9977029365 पर जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
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