छत्तीसगढ़: मछली पालकों को मिलेगा ₹3 लाख तक ब्याज मुक्त लोन और अनुदान, कार्यशाला में दी गई जानकारी
01 अगस्त 2025, भोपाल: छत्तीसगढ़: मछली पालकों को मिलेगा ₹3 लाख तक ब्याज मुक्त लोन और अनुदान, कार्यशाला में दी गई जानकारी – सहकारिता विभाग एवं जिला सहकारी संघ मर्यादित बलौदाबाजार-भाटापारा के तत्वाधान में एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें जिले की 116 पंजीकृत मत्स्य सहकारी समितियों के सदस्य शामिल हुए। कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम के प्रथम सत्र में उप आयुक्त उमेश कुमार गुप्ता ने सहकारी समितियों के पंजीयन, कार्यप्रणाली, निर्वाचन प्रक्रिया और समितियों में आपसी समन्वय से नियमित बैठकें आयोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने समितियों से आय-व्यय की जानकारी साझा करने और शासन की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए विभाग से संपर्क करने की अपील की।
₹3 लाख तक का ब्याज मुक्त ऋण और मध्यमकालीन कर्ज की सुविधा
नोडल अधिकारी जी.एन. साहू ने बताया कि सहकारी बैंक के माध्यम से मत्स्य सहकारी समितियों को ₹3 लाख तक का ब्याज मुक्त अल्पकालीन ऋण और मध्यमकालीन ऋण की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे वे अपने व्यवसाय में वृद्धि कर सकते हैं।
बीमा और मत्स्य सामग्री पर अनुदान की जानकारी
मत्स्य पालन विभाग के बी.पी. शर्मा ने बताया कि सहकारी समिति के सदस्यों को ₹5 लाख और ₹2.5 लाख तक का दुर्घटना बीमा निःशुल्क दिया जा रहा है। इसके साथ ही विभागीय अनुदान के तहत मछली बीज, जाल, बोट और आईसबॉक्स भी निःशुल्क प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने तालाब आबंटन की त्रिस्तरीय संरचना के बारे में भी जानकारी दी।
किसानों ने अनुभव साझा किए, मछली पालन से हुई आमदनी
मत्स्य कृषक सम्भू डहरिया ने बताया कि पिछले दो वर्षों से उन्हें सहकारी बैंक से मछली पालन हेतु ₹3 लाख का ब्याज मुक्त ऋण मिला है, जिससे वे बेहद संतुष्ट हैं। कार्यशाला में ससहा, पलारी, रोहांसी, दरचूरा और देवरी समितियों के सदस्यों ने तालाब आबंटन के बाद मछली पालन से लाखों रुपये की आमदनी होने की जानकारी साझा की। इस कार्यशाला में प्राधिकृत अधिकारी डी.के. नेताम, एम.एस. कँवर और जिले की सभी मत्स्य सहकारी समितियों के अध्यक्ष एवं सचिव उपस्थित रहे।
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