किसानों की तकदीर बदल सकती है औषधीय खेती
…औषधियों से जुड़ी हुई है। बहुत से औषधीय पौधों से प्राप्त दवाइयां स्वास्थ्य की सुरक्षा के काम में आती है। वर्तमान अंग्रेजी दवाइयों में 25 प्रतिशत भाग औषधीय पौधों तथा…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…औषधियों से जुड़ी हुई है। बहुत से औषधीय पौधों से प्राप्त दवाइयां स्वास्थ्य की सुरक्षा के काम में आती है। वर्तमान अंग्रेजी दवाइयों में 25 प्रतिशत भाग औषधीय पौधों तथा…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक रूप से पाये जाने वाले महत्वपूर्ण औषधीय पौधें जैसे बच, मामफल, केऊकन्द, चरोटा, काली मूसली, तिखुर, कालमेघ एवं अन्य महत्वपूर्ण औषधीय पौधों को छत्तीसगढ़ के तीनों जलवायविक…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंShare परंपरागत खेती की तुलना में दोगुना से ज्यादा लाभ 1 मई 2023, रायपुर । छत्तीसगढ़ में औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा : मो. अकबर – राज्य में छत्तीसगढ़ आदिवासी,…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंShare 20 दिसम्बर 2023, आणंद: औषधीय एवं सुगंधित पौधों का ऑनलाइन 10 दिवसीय प्रशिक्षण 1 फरवरी से – मेडी-हब, टीबीआई, आईसीएआर-औषधीय और सुगंधित पौधे अनुसंधान निदेशालय (आईसीएआर-डीएमएपीआर), आणंद ( गुजरात)…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…होने की वजह से इनका औषधीय महत्व तो है ही, यह स्वास्थ्य संरक्षण में भी महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने औषधीय पौधों के रख-रखाव, उनके महत्व और उपयोग की जानकारी देते…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंShare 04 फरवरी 2023, झाबुआ: औषधीय-सगंधीय पौधों की खेती का प्रशिक्षण 13 फरवरी से भोपाल में – मध्य प्रदेश में औषधीय सगंधीय पौधों की खेती, प्रसंस्करण और विपणन संभावनाओं पर…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…कंटेनर में स्टोर किया जाता है। पौधे के सूखे भागों से सदाबहार पाउडर जैसा उत्पाद प्रसंस्करण के बाद बनाया जाता है। औषधीय गुण एवं उपयोग पौधों के औषधीय गुण उनके…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंShare 11 अप्रैल 2024, भोपाल: औषधीय एवं सुगंध पौधों की खेती से लाभ – औषधीय एवं सुगंधित पौधों की खेती से कई लाभ होते है। • औषधीय एवं सुगंध पौधों…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंShare 21 मार्च 2023, देवास: देवास जिले में देवारण्य योजना में किसान कर रहे औषधीय खेती – ‘देवारण्य योजना’ के तहत देवास जिले में किसानों ने परंपरागत खेती के साथ-साथ औषधीय…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंShare जबलपुर। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में औषधीय संगधीय पौध निदेशालय आनंद गुजरात एवं अखिल भारतीय समन्वित औषधीय संगधीय एवं पान परियोजना जनेकृविवि के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय प्रशिक्षण…
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