ठीक करेंगे माटी की सेहत : डॉं. बिसेन
जनेकृविवि में पंजाब हरियाणा और राजस्थान के किसान हुये प्रशिक्षित
जबलपुर। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय की व्यवसाय आयोजना तथा विकास इकाई द्वारा बायोटेक्नालॉजी डेव्लपमेंट एसोसिएशेन ऑफ इंडिया दिल्ली (बीडीएआई) के सहयोग से पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कृषि सेवा प्रदायकों एवं प्रगतिशील कृषकों हेतु आयोजित 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रमाण-पत्र वितरित करते हुये कुलपति डॉं. प्रदीप कुमार बिसेन ने मुख्य अतिथि की आसंदी से कहा कि आजादी के बाद अकेले पंजाब ने उन्नत कृषि से पूरे देश का पेट भरा है। आज रसायनिक खादों के अंधाधुंध प्रयोगों से देश की खासकर पंजाब और हरियाणा की खेतों की मिट्टी को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। इसका असर मानव स्वास्थ्य पर भी पड़ा है। हम कृषि वैज्ञानिक और किसानों को मिलजुल कर देश की माटी की सेहत सुधारना होगी। इसके लिये जैविक खेती को बढ़ावा देना पड़ेगा। कार्यक्रम में अध्यक्ष संचालक अनुसंधान सेवाएं, संचालक शिक्षण डॉं. धीरेन्द खरे, अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. पी.के. मिश्रा ने भी संबोधित किया।
पंजाब और हरियाणा के समन्वयक एवं चेयरमेन श्री परमिन्दर सिंह ने कुलपति डॉं. पी.के. बिसेन को शाल एवं श्रीफल से सम्मानित करते हुये प्रशिक्षुकों का आव्हान किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में अर्जित ज्ञान का प्रचार-प्रसार कृषक और देशहित में करें। निदेशक कृषि व्यवसाय एवं प्रशिक्षण प्रभारी डॉं. एस.बी. नहातकर ने प्रशिक्षण को महत्वपूर्ण निरूपित किया और बताया कि देश के समग्र प्रदेशों के कृषक, व्यवसायी और एनजीओ को जनेकृविवि प्रशिक्षित करेगा।
अगले चरण में कर्नाटक के किसान यहां प्रशिक्षण हेतु आयेंगे। कार्यक्रम का संचालन दीपक पाल एवं आभार प्रदर्शन कु. लवीना शर्मा ने किया। श्री जय वर्मा का विशेष योगदान रहा।