आज के कृषि समाचार@ 5.00 PM: जीएम और जीनोम I गेहूं की कीमत I नकली खाद I विकसित कृषि संकल्प अभियान
23 जून 2025, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें….
1. जीएम और जीनोम संपादन: किसानों के लिए वरदान या कॉरपोरेट का जाल ?
भारत में टिकाऊ खेती और खाद्य सुरक्षा की तलाश ने जेनेटिकली मॉडिफाइड और जीनोम संपादित बीजों को चर्चा में ला दिया है। सरकार इन्हें क्रांतिकारी बताती है, लेकिन बीटी कपास और जीएम सरसों जैसी पिछली असफलताएँ चेतावनी देती हैं। सवाल है-क्या ये तकनीकें किसानों की मदद करेंगी या खेती को कॉरपोरेट बाजार के हवाले कर पर्यावरण और किसान दोनों को संकट में डालेंगी? पूरी खबर पढ़े….
2. गेहूं की कीमतों में तेजी: MSP से ऊपर पहुंचे भाव, किसानों को राहत
देशभर में गेहूं की कीमतों में एक बार फिर तेजी देखने को मिल रही है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2425 रुपये प्रति क्विंटल के मुकाबले कई राज्यों की मंडियों में गेहूं के दाम इससे कहीं अधिक हो गए हैं। निजी व्यापारियों द्वारा बेहतर कीमत मिलने के कारण किसान सरकारी खरीद की बजाय खुले बाजार में बिक्री को प्राथमिकता दे रहे हैं। पूरी खबर पढ़े….
3. केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह 26 जून को इंदौर में
केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान आगामी 26 जून, गुरुवार को भाकृअप – भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर में सोयाबीन क्षेत्र से जुड़े स्टेक होल्डर (भागीदारों) किसानों, उद्योगपति, एनजीओ आदि से चर्चा करेंगे। पूरी खबर पढ़े….
4. नकली खाद के कारोबार पर नकेल !
हाल ही में राजस्थान के अजमेर जिला के किशनगढ़ क्षेत्र में खाद बनाने वाले देश के सबसे बड़े संस्थान इफको के साथ अनेक कम्पनियों के नाम से नकली रासायनिक खाद बनाने और बेचने का मामला प्रकाश में आया था। मार्बल स्लरी और मिट्टी से डीएपी, एसएपी, और पोटाश जैसे नकली उर्वरक बनाए जा रहे थे। कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में उर्वरक बनाने का सामान भी जब्त किया गया। पूरी खबर पढ़े….
5. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का संदेश
हाल ही में केंद्रीय आयुष मंत्रालय की एक सर्वेक्षण रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत की पहल पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किए जाने के एक दशक बाद देश के 41 प्रतिशत से अधिक उत्तरदाताओं ने कुछ हद तक योग को अपनी जीवनशैली में शामिल कर लिया है। पूरी खबर पढ़े….
6. कश्मीर की सेब क्रांति: युवा किसान सोशल मीडिया के ज़रिए बिचौलियों को दे रहे चुनौती
कश्मीर की हरी-भरी घाटियों में एक चुपचाप बदलाव हो रहा है। यहां की नई पीढ़ी के सेब किसान सोशल मीडिया का सहारा लेकर पारंपरिक बाजार व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। अब वे बिचौलियों और कमीशन एजेंटों पर निर्भर नहीं रहना चाहते, बल्कि सीधे ग्राहकों से जुड़कर अपने फल बेच रहे हैं — और इससे उन्हें बेहतर मुनाफा भी हो रहा है। पूरी खबर पढ़े….
7. एफपीओ उत्कृष्टता पुरस्कार 2025: अपने संगठन को राष्ट्रीय पहचान दिलाने का सुनहरा मौका
यदि आपका किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) किसी भी क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है—चाहे वह मार्केट लिंकेज हो, महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना, मूल्य संवर्धन और ब्रांडिंग, या फिर तकनीक का प्रभावी उपयोग—तो एफपीओ उत्कृष्टता पुरस्कार 2025 के लिए आवेदन करने का यह उपयुक्त समय है। पूरी खबर पढ़े….
8. 1.42 लाख गांवों में पहुंचे 1.34 करोड़ किसान: विकसित कृषि संकल्प अभियान बना देशव्यापी कृषि बदलाव का आधार
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकसित कृषि संकल्प अभियान को देश में किसानों से सीधा संवाद स्थापित करने वाला ऐतिहासिक अभियान बताया। उन्होंने कहा कि यह कोई एकबार की कवायद नहीं, बल्कि भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने और किसानों की समृद्धि सुनिश्चित करने की दिशा में शुरू हुआ एक सतत आंदोलन है। पूरी खबर पढ़े….
9. कर्नाटक से ताज़ा जामुन की पहली खेप लंदन भेजी गई
भारत ने कर्नाटक से ताज़ा जामुन की पहली खेप लंदन भेजी है, जो देश के फलों के निर्यात क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अब तक भारत से केवल जमे हुए जामुन ही विदेश भेजे जाते थे, इसलिए ताज़ा फल का यह निर्यात एक नया अध्याय जोड़ता है। पूरी खबर पढ़े….
10. विभिन्न कृषि यंत्रों हेतु 23 जून तक आवेदन करें
चालनालय कृषि अभियांत्रिकी, मप्र, भोपाल द्वारा डायरेक्ट राइस सीडर, ब्रॉड बेड फरो – प्लांटर, श्रेडर/मल्चर, बेलर, हे रेक / स्ट्रॉ रैक, स्लेशर, रिवर्सिबल प्लाऊ/मेकेनिकल/हाइड्रोलिक, जीरो टिल सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, पूरी खबर पढ़े…