फसल सुरक्षा का विशेष अभियान 15 अप्रैल से
मुख्यमंत्री ने की कृषि विभाग की समीक्षा
– मध्य प्रदेश को जैविक खेती में आदर्श राज्य बनायेंगे
– मण्डी बोर्ड अब ग्रामीण सड़कों का निर्माण नहीं करेगा
– बीजों की नई किस्म को बढ़ावा
भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों को फसलों के संरक्षण का मार्गदर्शन देने के लिये बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जायेगा। फसल सुरक्षा को मिशन बनाया जायेगा। किसान-कल्याण एवं कृषि विकास विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि विपरीत मौसम के कारण फसल हानि होने से बेहतर है कि पहले से सभी प्रकार के खतरों और विशेष रूप से कीट प्रकोप का अनुमान लगाकर फसलों की सुरक्षा करें। इस संबंध में किसानों को जागरूक बनाने के लिये 15 अप्रैल से 15 जून तक विशेष अभियान चलाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि अब मंडी बोर्ड ग्रामीण सड़कों का निर्माण नहीं करेगा। इसके लिये उपलब्ध राशि ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण को उपलब्ध करवा दी जायेगी। उन्होंने कहा कि मंडी बोर्ड केवल मंडियों के अंदर अधोसंरचनात्मक व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने और फसल खरीदी की व्यवस्थाओं को पूरी तरह पारदर्शी बनाने पर ध्यान दे। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश को जैविक खेती में आदर्श राज्य बनाने के लिये किसानों को प्रेरित करने का अभियान चलाने के निर्देश दिये। वर्तमान में चल रही अनुदान आधारित योजनाओं के क्रियान्वयन पर असंतोष व्यक्त करते हुए श्री चौहान ने कहा कि इनमें और अधिक सुधार लाने की जरूरत है। श्री चौहान ने कहा कि किसानों को मिल रही अनुदान राशि सीधे उनके खाते में जाये। श्री चौहान ने कहा कि वे कस्टम हायरिंग सेन्टरों के संचालकों से संवाद करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खाद्यान्न, दलहन, तिलहन के अलावा उद्यानिकी की सभी फसलों, वनोपजों की गणना करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इसे कृषि सांख्यिकी में शामिल किया जाये ताकि राज्य की कुल कृषि उपज के उत्पादन आकलन प्राप्त हो सकें। मुख्यमंत्री ने बीजों की नई किस्मों के उपयोग को बढ़ावा देने का निर्देश दिया। उन्होंने नर्मदा किनारे होशंगाबाद से नरसिंहपुर तक के क्षेत्र में होने वाली पारंपरिक तुवर दाल के लिये भौगोलिक विशिष्ट पहचान प्राप्त करने की आवश्यक तैयारी करने को कहा। बैठक में कृषि मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी.मीणा, प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विवेक अग्रवाल एवं संचालक कृषि श्री मोहनलाल उपस्थित थे।