सोयाबीन की सुरक्षा स्ट्रांगआर्म से
इन्दौर। डाऊ एग्रो साइंसेज का खरपतवारनाशक स्ट्रांगआर्म सोयाबीन की खरपतवारों से पूर्ण सुरक्षा करता है। स्ट्रांगआर्म बुवाई के पहले दिन से ही फसल की सुरक्षा करता है।
खरपतवारों की उचित रोकथाम के लिए एक समान रूप से मिट्टी की सतह पर स्ट्रांगआर्म का छिड़काव करें। पूरे एकड़ के लिए छिड़काव घोल एक साथ बनाएं और इस छिड़काव घोल की उचित मात्रा प्रत्येक टंैक में डालें। उचित छिड़काव के लिए कट नोजल या फ्लैट फैन नोजल का इस्तेमाल करें।
सावधानियां– स्ट्रांगआर्म के उपयोग के दौरान कुछ सावधानियों से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।
खरपतवारों के अंकुरण के बाद इसका इस्तेमाल करने से आंशिक रोकथाम ही हो सकती है। सोयाबीन के अंकुरण के बाद छिड़काव करने पर फसल पर दुष्प्रभाव हो सकता है। स्ट्रांगआर्म का छिड़काव किये गए खेत में फिर से बुवाई करने की दशा में स्ट्रांगआर्म का दोबारा छिड़काव ना करें।
ड्रिप सिंचाई के जरिए स्ट्रांगआर्म का इस्तेमाल ना करें। स्ट्रांगआर्म से उपचारित जिस खेत में प्रतिकूल मौसम दशाओं के कारण सोयाबीन की फसल विफल हो चुकी हो वहां कपास तथा मकाई जैसी फसलों की बुवाई ना करें।
स्ट्रांगआर्म की अधिक जानकारी के लिए श्री सुशील पंडिता से मो. : 7868810285 पर संपर्क किया जा सकता है।