रिलायंस फ़ाउंडेशन टोल फ्री हेल्पलाइन
किसानों की जिंदगी बना रहा आसान
हमारा गाँव सिवनी मुख्यालय से मात्र 90 किलोमीटर की दूरी पर है। दूरी के कारण विकास की आधारभूत संरचना से हमारा गाँव दूर रहा है हमारे यहां का किसान आज भी क्षेत्रीय व्यापारियों द्वारा ठगा जा रहा है। जिसका मुख्य कारण जानकारी का अभाव और अज्ञानता है। मेरे पिता जी उम्र ज्यादा हो गई है दो बड़े भाई दोनों सरकारी कर्मचारी हैं मैंने अपना स्नातक खत्म करके गाँव पर ही रहने का निर्णय किया। पिछले 4-5 साल से खेती कर रहा हूं। शुरुआत में गाँव के दूसरे किसानों से सम्पर्क कर देखा सीखी में खेती करता था। पर 2 साल पहले रिलायंस फ़ाउंडेशन के एक कार्यक्रम जो पूर्णत: ऑनलाइन था में जुड़ा और खेती के विशेषज्ञों से बात की। जिसके बाद खेती में मेरी लगन बढऩे लगी। इसके बाद से मैं रिलायंस फ़ाउंडेशन के हेल्पलाइन और डायल आउट कॉन्फ्रेंस ऑडियो कॉन्फ्रेंस आदि के माध्यम से जानकारी लेना शुरू किया। और आज तक जब भी जरूरत महशूस होती है मैं सम्पर्क कर लेता हूँ । अभी हाल ही मे मैंने मक्का 8 एकड़ मे लगाया था जिसमे रिलायंस फ़ाउंडेशन और कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों का मार्गदर्शन मिलता रहा । फसल काटने के बाद अगर उत्पादन की बात करूं तो मुझे पिछले सालों की तुलना में इस बार प्रति एकड़ 3 से 4 क्विंटल अधिक का उत्पादन मिला है । फ़ाउंडेशन के मार्ग दर्शन में मुझे कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों से सम्पर्क हो जाता है जो कि मदद करता है कीट प्रबन्धन, खरपतवार का सही ढंग से नियंत्रण करने मे और फसल के पोषण के लिए।