संकर धान की लाभदायक खेती
संकर धान क्या है।
संकर धान का बीज आनुवांशिक रुप से भिन्न दो पैतृकों के संकरण द्वारा तैयार किया जाता है। प्राप्त बीज को संकर बीज कहा जाता है।
संकर धान की उपज क्षमता स्थानीय अति उत्तम अंत: प्रजाति किस्मों से 10 से 25 प्रतिशत अधिक होती है।
संकर धान से औसतन 7 टन प्रति हेक्टेयर तक उपज प्राप्त की जा सकती है।
संकर धान की उपज क्षमता का लाभ उठाने के लिए कृषकों को प्रत्येक वर्ष नया बीज खरीदने की आवश्यकता होती है। अर्थात नये बीज का ही उपयोग करना चाहिए, क्योंकि लगाई गई फसल से प्राप्त बीज को पुन: लगाने से उसमें संकर बीज मौजूद नहीं रह पाता एवं पूर्व जैसी उपज प्राप्त नहीं होती है।
सामान्य प्रजाति एवं संकर धान में अंतर
सामान्य प्रजाति :- स्वपरागित का मतलब नर व मादा जननांग एक ही फूल में होते है। जो स्वयं के पुश्प को परागित करने में सक्षम होते है। धान फसल की कटाई के बाद प्राप्त बीज को पुन: बोनी के लिए उपयोग किया जा सकता है।
संकर प्रजाति:- संकर बनाने के लिए दो जनक पौधों की आवश्यकता है। एक नर जनक और एक मादा जनक ।
कटाई के बाद प्राप्त बीज को खाने में तो उपयोग लाया जा सकता है। परंतु पुन: बोनी के लिए उपयोग में नहीं लाया जा सकता क्योंकि इसमें संकर – ओज में कमी आ जाती है।
छत्तीसगढ़ के लिए उपयुक्त संकर धान की किस्में
समन्वित फसल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत खरीफ 1994 में धान की चार संकर किस्मों को किसानों को खेती के लिए विकसित किया गया। इन किस्मों में ए.पी.एच.आर.-1 तथा ए.पी.एच.आर.-2 आंध्रप्रदेश तथा एम.जी.आर.-1 और के.आर.एच.-1 क्रमश: तमिलनाडु एव कनार्टक राज्य के लिए उपयुक्त थी तदोपरांत धान की अन्य संकरित किस्मों का विकास किया गया। वर्तमान में कुल 33 संकर किस्में विकसित की गई।
तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल व पंजाब धान के अच्छे उत्पादक राज्यों की वजह से अग्रणी प्रदेशों में गिने जाते हैं। स्वपरागित छोटे पुष्प युक्त धान के पौधे से और अधिक उत्पादन प्राप्त कर पाना एक कठिन कार्य था। परंतु इस कष्ट साध्य कार्य को पूर्ण करने की चुनौती चीन के वैज्ञानिक प्रोफेसर यूयान लांगपिग ने ली। और संकर धान को जन्म दिया। जिसने चीन में धान के उत्पादन में एक नई क्रांति ला दी। |
किस्म | अवधि दिन में | दाना | प्रतिरोधकता | उपज टन/ हे. |
इंदिरा सोना | 125 | लम्बा-पतला | निरोधक-गंगई ,सहनशील-झुलसा | 7 |
डी.आर. आर. एच.-2 | 110 | लम्बा-पतला | निरोधक-लीफ/नेकब्लास्ट, सहनशील-भूरा धब्बा, माहो, शीथरॉट | 6-6.5 |
अजय | 130-135 | मध्यम-लम्बा | निरोधक-भूरा माहो,ब्लास्ट सहनशील-झुलसा | 7-7.5 |
के. आर.एच.-3 | 125-130 | लम्बा-पतला | 6-6.5 | |
सुरुचि | 130-135 | लम्बा-पतला | 7-7.5 | |
एराइज-6444 | 130-135 | लम्बा-पतला | सहनशील-ब्लास्ट, भूरा माहो, झुलसा | 07-08 |
सहयाद्री | 125-130 | लम्बा-पतला | सहनशील-झुलसा | 7 |
पी.एस.डी.-3 | 125-130 | लम्बा-पतला | निरोधक-नेकब्लास्ट | 6.5-7 |
जवाहर राइस हाइब्रिड-5 | 100-105 | लम्बा-पतला | सहनशील- ब्लास्ट,भूरा धब्बा, टुग्रो | 6.5-7 |