समस्या- मैं कुल्थी की खेती करना चाहता हूं कौन सी किस्म, कितना खाद कृपया बतायें?
समाधान – कुल्थी आमतौर पर छत्तीसगढ़ क्षेत्र में खरीफ में लगाई जाती है। यह एक ऐसी फसल है तो प्रकृति के अतिरेक को सजह ही सह लेती है तथा कुछ ना कुछ उत्पादन देकर क्षति से बचाती है। इसकी खेती के बारे में विस्तार से लेख हमारे अंक में प्रकाशित किया जा चुका है आप उसे भी पढ़कर मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
- भूमि की तैयारी अन्य खरीफ फसलों की तर्ज पर करें।
- बुआई का उपयुक्त समय 15 सितम्बर तक है।
- जातियों मे अतिशीघ्र (80 दिन) पकने वाली – कुल्थी, एचपीके-4 शीघ्र पकने वाली (80-90 दिन), व्हीएलजी-1, विरसा कुल्थी तथा एके 21.
- मध्यम अवधि (90-100 दिन) बस्तर-2 काली जाति सामान्य रुप से प्रचलित है।
- गोबर खाद 150 किलो के साथ 45 किलो यूरिया, 250 किलो सिंगल सुपर फास्फेट तथा 50 किलो म्यूरेट आफ पोटाश/ हेक्टेयर।
दिनेश चन्द्राकार, धमतरी (छ.ग.)