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समस्या – गन्ने की फसल में तना छेदक का प्रकोप देखा गया है कृपया नियंत्रण के उपाय बतलायें तथा रखरखाव कैसे करें?

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– सरजू प्रसाद, राय बरेली
समाधान – गन्ने की फसल में सिंचाई का विशेष ध्यान रखना होगा। मानसून के आने में देरी की वजह से पानी की कमी से नुकसान संभव है। सिंचाई के साथ-साथ निंदाई/गुड़ाई तथा बंधाई भी जरूरी कार्य होंगे निंदाई करने से खरपतवारों द्वारा अवशोषित होने वाले पोषक तत्व पर रोक लग जायेगी जिससे अच्छी बढ़वार सम्भव है। गुड़ाई करने से हवा के संचार पर पौधों में पकड़ बनती रहती है बंधाई करने से पौधों को गिरने से बचाया जा सकता है। तना छेदक पर रोकथाम जरूरी है इसकी रोकथाम के लिये फोरेट 10 जी की 30 किलो मात्रा/हे. की दर से खेत में डालें अथवा 33 किलो कार्बोफ्यूरान 3 जी/हे. की दर से खेत में भुरक के हल्की सिंचाई कर दें ताकि दवा खेत में अच्छी तरह फैल जाये तथा कीट प्रकोप पर रोक लग सके।

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