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समस्या- सर्पगन्धा की खेती में इच्छुक हूं, परामर्श देने की कृपा करें।

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समाधान– सर्पगन्धा की खेती के लिये नम तथा हल्के गर्म मौसम की आवश्यकता होती है।

  • इसकी जड़ें औषधि के रूप में उपयोग में आती है।
  • अच्छे निकास वाली बलुई से भारी दोमट मिट्टी जिसका पी.एच. 8 से कम हो उपयुक्त रहता है। 4.6 से 6.2 पी.एच. अधिक उपयुक्त।
  • धूप व आंशिक छाया वाले खेत अधिक उपयुक्त जहां पाला पड़ता हो वहां न लगायें।
  • 25 से 30 टन गोबर की अच्छी सड़ी खाद अवश्य डालें।

जाति-सर्पगंधा– 1, (कृषि महाविद्यालय, इंदौर में विकसित)।

  • उत्पत्ति- बीज, जड़ों व तनों से।
  • बीज बोने का समय- मई मध्य, 6 माह से पुराने बीज का अंकुरण 15-20 दिन बाद।
  • बीज नर्सरी में बोयें। एक हेक्टर के लिए 500 वर्ग मीटर नर्सरी लगायें, बीज मात्रा 5.5 किलोग्राम।
  • रोपड़ 4-6 अवस्था में, मुख्य जड़ काट कर।
  • जड़ों से बुआई- मार्च से जून तक 100 किलोग्राम जडं़े (10-12 से.मी.) प्रति हेक्टर।
  • उपज- 25 क्विंटल जड़ें प्रति हेक्टर 18 माह में।

अम्बिका पटेल, टिमरनी

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