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प्रधानमंत्री ने दिया खेती का नया मंत्र-‘स्वस्थ धरा – खेत हरा’

कृषि उन्नति मेला-2018

(दिल्ली कार्यालय)
नई दिल्ली। फसलों के अवशेषों को जलाने से मिट्टी पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। पराली या नरवाई भी एक प्रकार से फसल होती है। और अगर मशीनों के जरिए इसे फिर से मिट्टी को लौटा दिया जाए तो भूमि की सेहत सुधरेगी। ये सलाह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों को नई दिल्ली के पूसा परिसर में हुए कृषि उन्नति मेले में दी। श्री मोदी ने खेती का नया मंत्र किसानों को दिया, स्वस्थ धरा-खेत हरा।

इसके पूर्व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली के पूसा परिसर में आईएआरआई मेला ग्राउंड में आयोजित कृषि उन्नति मेला का दौरा किया। उन्होंने थीम पैवेलियन और जैविक मेला कुंभ का दौरा किया। उन्होंने 25 कृषि विज्ञान केंद्रों का शिलान्यास किया। उन्होंने जैविक उत्पादों के लिये एक ई-मार्केटिंग पोर्टल भी लांच किया। उन्होंने कृषि कर्मण पुरस्कार एवं पंडित दीन दयाल उपाध्याय कृषि प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए।
प्रधानमंत्री ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे उन्नति मेला नए भारत के लिए रास्ता प्रशस्त करते हैं। उन्होंने कहा कि आज उनके पास एक ही साथ नए भारत के दो प्रहरियों-किसानों एवं वैज्ञानिकों से एक ही साथ बात करने का अवसर है। उन्होंने कहा कि कृषि को रूपांतरित करने के लिए किसानों एवं वैज्ञानिकों को एक साथ मिल कर काम करने की जरुरत है।
ऑप्रेशन ग्रीन
उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य किसानों की आय को दोगुनी करना और किसानों के जीवन को सरल बनाना रहा है। उन्होंने कहा कि हाल के बजट में घोषित ऑपरेशन ग्रीन्स किसानों के लिए फलों एवं सब्जियों, खासकर, टमाटर, प्याज और आलू उगाने में लाभदायक होगा।
डेढ़ गुना एम.एस.पी.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने फैसला किया है कि सभी अनुसूचित फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लागत से कम से कम डेढ़ गुना होगा।
उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य के लिए लागत में श्रम, मशीनरी का किराया, बीजों एवं उर्वरकों की लागत, राज्य सरकार को दिया जा रहा राजस्व, कार्यशील पूंजी और पट्टे पर दी गई भूमि का किराया जैसे तत्व शामिल होंगे।
ग्रामीण बाजार आधुनिक बनेंगे
प्रधानमंत्री ने कहा कि कृषि विपणन सुधारों के लिए व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि हाल के आम बजट में ग्रामीण रिटेल कृषि बाजारों की परिकल्पना की गई है। 22,000 ग्रामीण हाटों को आवश्यक अवसंरचना के साथ समुन्नत किया जाएगा एवं एपीएमसी तथा ई-नाम प्लेटफॉर्म के साथ समेकित किया जाएगा।

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