पीएचडी की आडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग राजभवन जायेगी
जबलपुर। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय स्थित प्रदेश के इकलौते कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय में पी.एच.डी. के छात्र शिवसिंह बसेडिया की मौखिक परीक्षा (वायवा) की वीडियो-ऑडियो रिकॉर्डिंग की गई जिसे राजभवन भेजा जायेगा। मध्यप्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के अनुमोदन एवं कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार बिसेन एवं कुलसचिव श्री अशोक इंगले के मार्गदर्शन में प्रथम छात्र का मौखिक परीक्षा का आयोजन सेमीनार हाल में किया गया। इस दौरान छात्र द्वारा पावर पाइन्ट प्रदर्शन के द्वारा 3 वर्षो में किये गये अनुसंधान व कार्यो की जानकारी दी गई। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर से आये परीक्षा विशेषज्ञ आचार्य एवं विभागाध्यक्ष मृदा एवं जल अभियांत्रिकी डॉं. एम.पी. त्रिपाठी, चेयरमेन व अधिष्ठाता कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय डॉं. आर.के. नेमा, उपसंचालक शिक्षण डॉं. अभिषेक शुक्ला, सदस्य डॉ. एस.के. प्यासी, डॉ. आर.एन. श्रीवास्तव, डॉ. एस.के. शर्मा, डॉ. एम.के. अवस्थी, डॉ. एम.के. हरदहा, डॉ. एच.एल. शर्मा, डॉ. आलोक बाजपेई, डॉ. शेखरसिंह बघेल एवं पीएचडी छात्र उपस्थित रहे।
छात्र शिवसिंह बसेडिया ने पीएचडी के दौरान डॉं. एस.के. प्यासी के मार्गदर्शन में ”इन्हेन्सिंग वाटर प्रोडक्टीविटी एवं क्रापिंग इन्टेसिटी इन सम्राट अशोक सागर प्रोजेक्ट विदिशा” विषय में शोधकार्य किया। इसमें, जल उपलब्धता बढ़ाने हेतु लाभयुक्त सिंचाई पद्धतियां एक उपचार के रूप में लेकर कृषकों के खेतों में परीक्षण किया गया जिससे जल उत्पादकता बढ़ी। इस शोध का लाभ भविष्य में कृषकों को प्राप्त होगा। वर्तमान में जल खेती का महत्वपूर्ण आयाम है, जिसका सदउपयोग और बचाव जरूरी है।