देवपुत्र अमृत से सम्पूर्ण कम्पोस्ट बनायें
इंदौर। कृषि वैज्ञानिक श्री अरुण चोरे का कहना है परम्परागत तरीके से सालभर गोबर इक_ा कर खेतों में कम्पोस्ट समझ कर डाला गया खाद अधपका रह जाने से जमीन में दीमक का प्रकोप हो जाता है एवं अपेक्षानुरूप परिणाम नहीं दे पाता है । देवपुत्र एग्रो इनोवेटिव का देवपुत्र अमृत 16 दिन में सम्पूर्ण कम्पोस्ट खाद बनाता है जिससे धरती भी स्वस्थ रहती है एवं उत्पादन भी बढ़ता है। सेवानिवृत्त संयुक्त संचालक कृषि श्री सतीश अग्रवाल का कहना है कि नाडेप और वर्मी कम्पोस्ट में समय एवं श्रम अधिक लगता है । देवपुत्र एग्रो इनोवेटिव ने इसके विकल्प के रूप में देवपुत्र अमृत को लांच किया है जिसके परिणाम चमत्कारिक साबित हो रहे है। श्री अहिल्या माता गोशाला केसरबाग इंदौर के सचिव श्री पुष्पेंद्र धनोतिया ने बताया कि देवपुत्र अमृत से एक महीने से भी कम समय में शानदार कम्पोस्ट खाद मिल जाता है इसमें मजदूरी भी कम लगती है। इस खाद का कृषि वैज्ञानिकों ने अध्ययन करने के बाद बताया कि इसमें माइक्रो न्यूट्रिएंट्स एवं माइक्रोब्स ज्यादा मात्रा में मिले है। इसके एक ग्राम खाद में 4 से 5 करोड़ बैक्टीरिया होते हैं। इससे जड़ों का विकास अच्छा होता है।
पशु चाहे अनुत्पादक हो जाये परन्तु वे गोबर देते ही रहेंगे इसी गोबर को इतना उच्च गुणवत्तापूर्ण बना दिया जाये कि पशुधन का पालन पोषण सिर्फ गोबर से हो जाये। देवपुत्र अमृत से निर्मित कम्पोस्ट खाद स्वयं गुणवत्ता से परिपूर्ण है एवं इसके प्रयोग के पश्चात् कृषक स्वयं ही स्वाभाविक रूप से इस ओर आकर्षित अवश्य होंगे।