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जेयू एग्री साइंस लांच करेगा फंगीसाइड व पेस्टीसाइड : श्री झंवर

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इन्दौर। जेयू एग्री साइंस लि. अपने विक्रय प्रणाली में पूर्ण पारदर्शिता के साथ कार्य करती है। इसके लिए कम्पनी ने लगभग डेढ़ साल पूर्व एक मोबाइल एप भी प्रस्तुत किया है जिसके द्वारा विक्रेता अपने आर्डर से लेकर पेमेंट तक की हर स्थिति पर हर समय नजर रख सकता है।
कृषक जगत के सचिन बोन्द्रिया को यह जानकारी  श्री वेदांत झंवर निदेशक जेयू एग्री साइंस प्रा.लि. ने दी। इस अवसर पर कंपनी के रीजनल मैनेजर श्री यतीन्द्र गौतम भी उपस्थित थे। श्री झंवर ने कहा कि हमारा अगला लक्ष्य है कि जेयू के उत्पाद सीधे किसानों तक पहुंचे, जिससे किसान को सही समय पर सही उत्पाद मिल सके। वर्तमान में कम्पनी बायोलॉजिकल उत्पाद के निर्माण व विपणन में भारत में प्रथम है। आगे हम  राइजोबियम, ब्रॉड स्पेकट्रम  फंगीसाइड इकोरक्षा व ब्रॉड स्पेक्ट्रम पेस्टीसाइड इकोशक्ति भी लांच करने वाले हैं। यहां एक बात खास ध्यान देने वाली यह है कि जो रसायनिक खाद जितनी मात्रा में प्रयोग होते हैं उतना फसलें उपयोग भी नहीं कर पाती हैं। अगर हम रसायनिक खादों का उपयोग (फसल द्वारा ग्रहण की गई मात्रा) बढ़ा दें तो, प्रयोग मात्रा को कम कर सकते हैं और ये काम जैविक और आर्गेनिक खाद बखूबी कर सकते हैं।
इसके लिए हमारे उत्पाद इकोमैक्स तथा एजोमैक्स कृषकों के मध्य सर्वाधिक लोकप्रिय है। अगर किसान भाई यूरिया खाद को 25-30 प्रतिशत कम करके जैविक खाद एजोमैक्स या राईजोमैक्स का प्रयोग करें तो ये बैक्टीरिया वायुमंडल में मौजूद नाइट्रोजन को फसलों को दिला कर एक तो यूरिया के प्रयोग को कम कर सकते हैं, दूसरा इससे हमारी भूमि भी स्वस्थ रहेगी।
इसी तरह डीएपी का 15-20 प्रतिशत भाग ही फसलों के काम आता है जबकि लगभग 80 प्रतिशत भूमि में ऐसे ही पड़ा रहकर भूमि की उर्वराशक्ति को नुकसान पहुंचाता है, ऐसे में किसानों को चाहिए कि इकोमैक्स नामक जैविक खाद का प्रयोग करके डीएपी या एसएसपी की मात्रा को 40 प्रतिशत तक घटा सकते हैं। इकोमैक्स एक ऐसा जैविक खाद है जो फसलों की जड़ों से दूर के पोषक तत्वों को पौधों की जड़ों तक लाने का तथा अनुपलब्ध तत्वों को उपलब्ध कराता है।

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