कृषकों की आय दोगुना करने के लिये समन्वित प्रयास जरूरी
पशुपालन पर राज्यस्तरीय कार्यशाला
भोपाल। पशुपालन मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य ने गत दिनों भोपाल में नवीन तकनीकों के माध्यम से पशु उत्पादकता में वृद्धि विषय पर केन्द्रित राज्य स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य में सहभागिता सुनिश्चित करना है।
श्री आर्य ने कहा कि विभाग के मैदानी अधिकारियों-कर्मचारियों को पशु पालन के क्षेत्र में हुई नवीनतम तकनीक से परिचित कराने के लिये कार्यशाला की जा रही है। इससे पशु स्वास्थ्य में सुधार एवं उत्पादकता में बढ़ोत्तरी का मार्ग प्रशस्त होगा। ये प्रयास कृषकों की आय को दोगुना करने में सहायक होगें। श्री आर्य ने कहा कि कृषकों की आय को दोगुना करने के लिये कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी आदि संबंधित विभागों को समन्वित प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि कृषि दर में लगातार वृद्धि कर मध्यप्रदेश ने देश में अपनी नई पहचान बनाई है।
कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी. मीणा ने कहा कि गाय-भैंसों के पालन के साथ मुर्गी, भेड़-बकरी और सुअर पालन पर भी विभाग को जोर देना चाहिये। श्री मीणा ने बताया कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने किसानों की आय दोगुना करने का रोडमेप तैयार किया है। प्रमुख सचिव पशुपालन श्री अजीत केसरी ने कहा कि कार्यशाला में विभाग के सभी पाँचों घटकों को आधुनिक तकनीक से परिचित कराते हुए गुणवत्तापूर्ण उत्पादन बढ़ाने के प्रयास किये जाएंगे। राज्य दुग्ध संघ की प्रबंध संचालक श्रीमती अरूणा गुप्ता, मदर बुलफार्म के प्रबंध संचालक श्री एच.बी.एस. भदौरिया और भोपाल दुग्ध संघ के कार्यपालन अधिकारी श्री जीतेन्द्र राजे ने भी कार्यशाला को सम्बोधित किया।