इंदौर संभाग में 1,45,188 किसानों ने कराया सोयाबीन का पंजीयन
22 अक्टूबर 2025, इंदौर: इंदौर संभाग में 1,45,188 किसानों ने कराया सोयाबीन का पंजीयन – राज्य शासन की भावांतर भुगतान योजना के तहत सोयाबीन फसल के लिए किसानों का पंजीयन कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इस वर्ष किसानों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी करते हुए अपने रकबे का पंजीयन कराया है। इंदौर संभाग के आठों जिलों में कुल 432 पंजीयन केंद्रों पर 1,45,188 किसानों ने सोयाबीन भावांतर योजना में अपना पंजीयन कराया है।
कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इंदौर जिले में 61 पंजीयन केंद्रों के माध्यम से 46,061 किसानों ने योजना में पंजीयन कराया है। जिले में सोयाबीन बोनी का कुल रकबा 2,41,236 हेक्टेयर है, जिसमें से 1,22,809 हेक्टेयर रकबा पंजीकृत हुआ है, जो कुल बोवनी का 50.91 प्रतिशत है। धार जिले में 80 केन्द्रों पर 37,940 किसानों ने पंजीयन कराया है। यहां कुल बोवनी का रकबा 2,97,859 हेक्टेयर है, जिसमें से 1,06,464 हेक्टेयर पंजीकृत हुआ है, जो 35.74 प्रतिशत है। खंडवा जिले में 73 केंद्रों पर 20,001 किसानों ने पंजीयन कराया है। कुल 1,88,491 हेक्टेयर बोनी रकबे में से 46,652 हेक्टेयर रकबा पंजीकृत (24.75%) हुआ है।
बड़वानी जिले में 47 केन्द्रों पर 13,455 किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया। जिले में 20,741 हेक्टेयर में बोवनी हुई, जिसमें से 15,592 हेक्टेयर रकबा पंजीकृत हुआ है। यह अनुपात 75.18 प्रतिशत है, जो संभाग में सर्वाधिक है। इसी तरह खरगोन जिले में 75 केन्द्रों पर 13,364 किसानों ने पंजीयन कराया। यहां कुल बोवनी का रकबा 89,107 हेक्टेयर है और 24,799 हेक्टेयर रकबा (27.83%) पंजीकृत हुआ है। झाबुआ जिले में 10,478 किसानों ने 50 केन्द्रों पर पंजीयन कराया। कुल 72,488 हेक्टेयर में से 13,578 हेक्टेयर (18.73%) रकबा पंजीकृत हुआ।
बुरहानपुर जिले में 24 केन्द्रों पर 2,534 किसानों ने पंजीयन कराया है। कुल 11,000 हेक्टेयर बोवनी में से 4,411 हेक्टेयर (40.10%) रकबा पंजीकृत हुआ है।आलीराजपुर जिले में 22 केन्द्रों पर 1,355 किसानों ने पंजीकरण कराया। कुल 39,209 हेक्टेयर में से 1,215 हेक्टेयर (3.10%) रकबा पंजीकृत हुआ है।
इंदौर संभाग में भावांतर योजना के अंतर्गत किसानों की बढ़ती भागीदारी को शासन द्वारा सराहा गया है। कृषि विभाग द्वारा बताया गया है कि पंजीकृत किसानों को भावांतर भुगतान का लाभ नियमानुसार उपलब्ध कराया जाएगा। किसान 24 अक्टूबर से 15 जनवरी 2026 तक सोयाबीन मंडियों में विक्रय कर सकेंगे। किसानों को भावांतर राशि का भुगतान सीधे पंजीकृत बैंक खाते में किया जायेगा।
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