मैं अपने खेत पर आंवला लगाना चाहता हूं किस जाति के पौधे लगाएं तकनीक बतायें।
समाधान- आंवला का आयुर्वेदिक दवाओं में बहुत उपयोग होता है यह एक विख्यात पौधा है जिसके फलों की उपयोगिता है आप इसे लगायें, वर्तमान में विकसित जातियाँ आ गई हैं जिनमें पोषक गुण अधिक होते हैं। आप निम्न तकनीकी अपनाएं।
- भूमि साधारण से लेकर भारी जमीन में भी सफलता से लगाया जा सकता है।
- जातियों में बनारसी, चकैया, फ्रांसिस, लाल झलक इत्यादि।
- बीज के बजाय विकसित पौधे उपलब्ध है उनका ही उपयोग करें तो जल्दी फल मिलेंगे।
- पौध रोपण मई-जून में किया जा सकता है। 10 मीटर के अंतर से 1&1&1 मीटर के गड्ढे तैयार कर लें।
- प्रत्येक गड्ढों में 30 किलो गोबर खाद तथा वर्षा शुरू होते ही पौधों का रोपण करें।
- गोबर खाद के अलावा 100-100 ग्राम अमोनियम सल्फेट तथा सिंगल सुपर फास्फेट भी डालें।
- दो से 5 वर्ष तक 25 किलो गोबर खाद के साथ 200 ग्राम अमोनियम सल्फेट, 250 ग्राम हड्डी का चूरा तथा 50 ग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश प्रतिवर्ष प्रति पौध सक्रिय जड़ों के आसपास डालें।
- पूर्ण विकसित पौधों को 35 किलो गोबर खाद, 250 ग्राम अमोनियम सल्फेट, 400 ग्राम सुपर फास्फेट तथा 100 ग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश/पौध दिया जाये।
- सिंचाई समय-समय से की जाये ताकि पौधों का विकास हो सके।
- 6-7 वर्ष में फलन शुरू हो जाता है जनवरी-फरवरी में तुड़ाई की जाये।
– जशवंत सिंह, रावेर