मैं चौलाई लगाना चाहता हूं, कृपया तकनीकी बतायें।
समाधान- चौलाई की भाजी आदिकाल से लगाई जाती रही है। इसमें प्रोटीन एवं विटामिन ‘ए’ अधिक मात्रा में मिलता है। आप चौलाई लगायें निम्न तकनीकी भी अपनाएं-
- सभी प्रकार की भूमि में लगाई जा सकती है। दोमट भूमि सर्वोत्तम होती है।
- सामान्य तौर पर इसे जून-जुलाई में लगाते हैं जायद में भी इसे लगा सकते हैं।
- एक हेक्टर क्षेत्र के लिये 2.5 किलो बीज पर्याप्त होता है।
- बीज छिटकवा विधि से बोया जाता है। बीज के साथ उतनी ही मात्रा में रेत या गोबर की खाद मिलाकर छिटकें तो अच्छा होगा।
- उन्नत किस्मों में बड़ी चौलाई, छोटी चौलाई, अन्नपूर्णा कोयम्बटूर-1, कोयम्बटूर-2, पूसा कीर्ति, पूसा किरण, पूसा लाल चौलाई इत्यादि प्रमुख हैं।
- भूमि में नमी की परख देखकर बुआई के तुरंद बाद हल्की सिंचाई करें तथा 4-5 दिनों के अंतर से सिंचाई की जाये।
- निंदाई-गुड़ाई अवश्य रूप से की जाये।
– दयाराम काछी, पनागर