मैंने बसंतकालीन गन्ना लगाया है ग्रीष्मकाल में प्रमुख रखरखाव के बारे में बतलायें।
समाधान – मई-जून माह में तापमान बढ़ता रहता है परिणाम स्वरूप वाष्पीकरण का औसत भी बढ़ जाता है। गन्ना फसल का जल मांग अन्य फसलों की तुलना में अधिक है जो गर्मी में बढ़ जाती है जिससे फसल को इस मौसम में जल की जरूरत अधिक पढ़ जाती है। गन्ने की यह मांग 10-12 दिनों के अंतर से सिंचाई से ही पूरी की जा सकती है। गन्ना अक्सर गहरी भूमि में लगाया जाता है इस वजह से भूमिगत नमी बनाये रखने के लिये गन्ने की कतार के बीच निंदाई-गुड़ाई करके वाष्पीकरण की क्रिया में बाधा उत्पन्न कराना जरूरी होता है। इस कार्य से भूमि में वायु संचार भी बढ़ जाता है। फलस्वरूप पौधों की बढ़वार भी अच्छी होती है। साथ में खरपतवार को हटाने के बाद नत्रजन की टाप ड्रेसिंग भी करना जरूरी क्रिया होगी। फसल में अगोलाबेधक की रोकथाम हेतु 30 किलो कार्बोफ्यूरान 3 जी प्रति हेक्टर भूमि में डालकर तुरंत सिंचाई करें यह सबसे महत्वपूर्ण कार्य होता है। फसल में मिट्टी चढ़ाना ताकि फसल झुक ना पाये। मजबूत पकड़ भूमि से बनी रहे।
– रामाधार यादव, आसगांव