Uncategorized

सरकार को फिर सता रही – प्याज

Share

32 लाख टन प्याज उत्पादन की संभावना

(विशेष प्रतिनिधि)
भोपाल। प्रदेश में किसान आंदोलन अभी पूरी तरह ठंडा नहीं हुआ है। अब प्याज को लेकर किसान उग्र हो रहे हैं। बम्पर उत्पादन के कारण प्याज फिर सरकार को सताने लगी है, ये वही प्याज है जो सरकारें गिरा देती है इससे भयभीत राज्य सरकार नित नई घोषणाएं कर रही है फिर भी बात बनती नजर नहीं आ रही। मंडियों में प्याज से भरी ट्रॉलियों की कतार लगी है ऊपर से मानसून ने प्रदेश में दस्तक दे दी है जिस कारण एक बार फिर प्याज सडऩे की स्थिति बन गई है।

सरकार ने अब तक 3 लाख 92 हजार मीट्रिक टन से अधिक प्याज की खरीदी कर ली है परन्तु उसके भण्डारण की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। गत वर्ष भी सरकार ने 10 लाख टन से अधिक प्याज खरीदी थी इस वर्ष भी इससे अधिक प्याज खरीदे जाने की संभावना है। इस वर्ष प्रदेश में लगभग 32 लाख टन प्याज उत्पादन की संभावना है। इस कारण कीमतें भी गिर गई हैं, सरकार 8 रुपये किलो की दर पर खरीद रही है परन्तु खुले में पड़ी प्याज भीग रही है। सरकार के पास पर्याप्त गोदाम भी नहीं है। गत वर्ष भी प्याज खरीदी में सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था तब सरकार ने भण्डारण क्षमता व कोल्ड स्टोरेज बढ़ाने का दावा किया था परन्तु इस वर्ष फिर वही स्थिति बन गई है। बीते वर्ष लगभग 6 लाख टन प्याज सडऩे का अनुमान जताया गया था।
इधर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह का कहना है कि किसानों से एक-एक प्याज खरीदी जाएगी और उन्हें लाभकारी मूल्य मिलेगा। उनका कहना है कि राशन दुकानों से बीपीएल एवं एपीएल कार्डधारकों को 2 रुपये किलो प्याज मिलेगी।

                                अब 15 जुलाई तक खरीदेंगे प्याज
सरकार ने कहा है कि अब किसानों से 15 जुलाई तक प्याज खरीदी की जाएगी क्योंकि मंडियों में बम्पर आवक हो रही है। सरकार ने पूर्व में प्याज खरीदी की अंतिम तिथि 30 जून निर्धारित की थी। मूंग, उड़द की खरीद भी 31 जुलाई तक की जाएगी।

 

             प्याज के क्रय-विक्रय पर निगरानी के लिए नियंत्रण कक्ष
प्याज की खरीदी एवं वितरण पर निगरानी रखने के लिए खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण संचालनालय में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नं. 0755-2550490 है। नियंत्रण कक्ष सुबह 9 से शाम 7 बजे तक कार्यरत रहेगा।

 

गेहूं-चावल के गोदामों में प्याज भरेगी सरकार
मंडियों में 80 लाख क्विं. से अधिक प्याज की आवक अनुमान को देखते हुए सरकार परेशान है। रोज अनुमान बदल रहे हैं। प्याज के भण्डारण को लेकर अब सरकार ने तय किया है कि राशन दुकानों से 3 माह का एडवांश अनाज उपभोक्ताओं को बांटकर गेहूं-चावल के गोदाम खाली किए जाएंगे तथा प्याज का भण्डारण होगा। क्योंकि मंडियों में प्रतिदिन 4 से 5 लाख क्विंटल प्याज आ रही है।
Share
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *