भावांतर भुगतान योजना – नवम्बर वाले किसानों को मिलेगा 704 करोड़
भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भावांतर भुगतान योजना के तहत किसानों को बाजार/बिक्री मूल्य और औसत मॉडल रेट के अंतर की राशि का हर माह का भुगतान किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान टीकमगढ़ जिले के पृथ्वीपुर तहसील मुख्यालय में भावान्तर भुगतान योजना के राज्यस्तरीय कार्यक्रम के तहत आयोजित विशाल किसान सम्मेलन में किसानों को नवम्बर 2017 माह की भावान्तर राशि के लाभ वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने टीकमगढ़ जिले के 18452 किसानों को कुल 41 करोड़ रूपये की भावांतर राशि का वितरण किया। अन्य 24 जिलों में प्रभारी मंत्रियों ने प्रमाण पत्र बांटे।
भावांतर भुगतान योजना में पंजीबद्ध 5 लाख 12 हजार किसानों ने एक से 30 नवम्बर 2017 के बीच अधिकृत कृषि उपज मण्डियों में अपनी फसल समर्थन मूल्य पर व्यापारियों को बेची। राज्य सरकार द्वारा इन किसानों को कुल 703 करोड़ 96 लाख रुपये भावांतर राशि इसी माह बैंक खातों में दी जाएगी। इसके पूर्व योजना में 16 से 31 अक्टूबर 2017 तक 1.28 लाख पंजीकृत किसानों ने मंडियों में अपनी फसल बेची थी। इन्हें राज्य सरकार ने 136 करोड़ 75 लाख रुपये भावांतर राशि का भुगतान कर दिया है। इसी योजना में मक्का की विक्रय अवधि को राज्य सरकार ने 31 जनवरी 2018 तक बढ़ा दिया है। प्रदेश में भावांतर भुगतान योजना में 21 लाख 88 हजार 764 किसानों ने पंजीयन कराया है। योजना में 41 लाख 43 हजार 389 हेक्टेयर रकबा कवर किया गया है। किसानों को भावांतर राशि का भुगतान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) सिस्टम से सीधे बैंक खाते में किया जा रहा है। इसकी सूचना किसानों को उनके मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से भी दी जा रही है। किसानों को भावांतर राशि के साथ गोदाम भंडारण अनुदान राशि भी दी जा रही है। दोनों लाभ एक साथ दिए जा रहे हैं। गोदाम भंडारण अनुदान को 7 रुपये प्रति क्विंटल प्रतिमाह से बढ़ाकर 9 रुपये 90 पैसे प्रति क्विंटल प्रतिमाह कर दिया गया है।