किसान हित से जुड़ा है पशुओं का स्वास्थ्य
नई दिल्ली। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह ने कहा है कि केन्द्र सरकार ने पशुधन के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए अनेक कदम उठाए हैं जिसका लाभ किसानों को हो रहा है।
उन्होंने कहा कि पशुओं का स्वास्थ्य किसान हित से जुड़ा है, अगर पशु स्वस्थ होंगे तो किसानों की आमदनी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि इस दिशा में सरकार की पहल का ही नतीजा है कि देश दूध उत्पादन में नंबर वन पर बना हुआ है और अंडा उत्पादन में तीसरे स्थान पर आ पहुंचा है। कृषि मंत्री ने यह बात भुवनेश्वर के अंतरराष्ट्रीय खुरपका एवं मुंहपका रोग केन्द्र के उदघाटन के मौके पर कही।
कृषि मंत्री ने इस मौके पर माना कि वायरस जनित खुरपका और मुंहपका रोग और बीमारियां पशुधन के स्वास्थ्य के लिए गंभीर चुनौती बनी हुई है। पशुओं के स्वास्थ्य सुधार कार्यक्रम के अंतर्गत खुरपका एवं मुंहपका रोग के लिए बेहतर प्रबंधन अपनाकर वर्ष 2013 की तुलना में 2015 में 377 प्रकोपों से घटाकर 109 पर ला दिया है।
कृषि मंत्री ने बताया कि देश में पहली बार पशुओं के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए पशुधन संजीवनी-नकुल स्वास्थ्य पत्र योजना शुरू की गयी है। साथ ही, पशु यूआईडी द्वारा पशुओं की पहचान और राष्ट्रीय डाटा बेस बनाया जा रहा है। देश में पहली बार राष्ट्रीय बोवाइन प्रजनन एवं डेयरी विकास कार्यक्रम के तहत देशी नस्लों के संरक्षण और संवर्धन के लिए एक नई पहल ‘राष्ट्रीय गोकुल मिशनÓ की 500 करोड़ रूपये के आवंटन के साथ दिसम्बर 2014 में शुरुआत की गई। इस मिशन के तहत 14 गोकुल ग्रामों की स्थापना की जा रही है। देशी नस्लों के सुधार के लिए राष्ट्रीय बोवाइन जेनॉमिक केंद्र की स्थापना की गयी है। सरकार ने ई पशुधन हाट पोर्टल की भी शुरुआत की है।
कृषि मंत्री ने इसके बाद भुवनेश्वर के ओडि़शा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में कृषि विज्ञान केन्द्र का शिलान्यास किया। इस मौके पर केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान, ओडि़शा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस. पशुपालक भी उपस्थित थे। इस मौके पर कृषि मंत्री ने कहा कि ओडि़शा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा आईसीएआर के 100 प्रतिशत वित्तीय सहयोग के साथ 31 कृषि विज्ञान केन्द्र स्थापित किए गए हैं।