किसानों ने सीखी खेती की नवीनतम तकनीक
भोपाल। कृषक जगत एवं ह्युंडई मोटर्स लि. (आटोमोबाइल्स डिवीजन) द्वारा कृषि उपज मंडी बडोरा बैतूल में गत 19 सितम्बर को एक दिवसीय किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री राजेश शुक्ला मंडी अध्यक्ष, श्री ए.के. पाण्डेय गन्ना प्रबंधक, श्री नरेन्द्र शुक्ल (पूर्व विधायक), डॉ. विजय वर्मा, श्री आर.के. द्विवेदी सहायक संचालक कृषि, प्रगतिशील कृषक श्री केशव राव लिखितकर, श्री श्याम किशोर वर्मा, श्री मधु पाटनकर, श्री पुरूषोत्तम सरले, श्री आलोक वर्मा, श्री नकुल चंदेल, श्री सुनील रोकड़े उपस्थित रहे।
जिले से संगोष्ठी में पधारे सैकड़ों किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. विजय वर्मा ने कम वर्षा की स्थिति को देखते हुए आगामी रबी सीजन में कम पानी या एक सिंचाई में पकने वाली गेहूं, चना, सरसों, मसूर, गन्ना की उन्नत प्रजातियों के बारे में किसानों को उपयोगी सलाह के साथ मिट्टी परीक्षण, बीजोपचार, जैविक खेती, कीट नियंत्रण, अन्तरवर्तीय फसल चक्र, गहरी जुताई, ग्रीष्मकालीन, संतुलित पोषक तत्वों का उपयोग, बीज दर के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
जिले की श्रीजी शुगर मिल के गन्ना प्रबंधक श्री ए.के. पाण्डेय ने किसानों को कम पानी की गन्ना प्रजाति लगाने की सलाह देते हुए जैविक खाद, केंचुआ खाद, हरी खाद, आजोला से बनने वाली खाद डालने के साथ संतुलित खाद, उर्वरकों का उपयोग के बारे में जानकारी दी।
प्रगतिशील कृषक श्री आलोक वर्मा ने अपने अनुभव सैकड़ों किसानों से साझा किये। जैविक खेती, मिट्टी परीक्षण, भावान्तर योजना एवं अन्य योजना भी चल रही हैं। हमारे किसान भाई योजनाओं का लाभ लेना चाहते हैं जबकि शासन की ओर से किसान हित में कई योजना बनी हैं। किसान को स्वयं आगे आकर आत्मसात करने की आवश्यकता है। अन्यथा किसानों की ऐसी दयनीय स्थिति बनी रहेगी। मैं स्वयं किसान हूं लेकिन कम पानी में भी अच्छी फसल लेता हूं और उत्पादन भी अच्छा आ रहा है और सरकार के द्वारा आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड एवं कृषक जगत संस्थान से इजराइल, हालैण्ड, टर्की, जर्मनी जा चुका हूं। और वहां खेती देखने योग्य है। नई तकनीक का उपयोग प्रत्येक फसलों में वहां के किसान उत्पादन अच्छा करते हैं कम पानी में अच्छी पैदावार होती है। अपने प्रदेश में पानी भी है फिर भी बहुत पीछे हैं खेती के मामले में। अब समय आ गया है कि नई तकनीक का उपयोग बढ़-चढ़कर करना पड़ेगा। तभी किसान की आय दो गुनी और कृषि को लाभ का धंधा बनने का सपना साकार होगा।
कृषि विभाग से श्री आर.के. द्विवेदी ने किसानों से निवेदन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का बीमा जरूर करायें, खरीफ, फसल की क्षतिपूर्ति हो सके और कृषक भाई योजना का लाभ लें।
किसानों के लिये विभिन्न योजना शासन द्वारा चलाई जा रही है। किसान भाई 15 सितम्बर से 15 अक्टूबर तक भावांतर योजना पंजीयन जरूर करायें और विभिन्न योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी एवं किसानों से आग्रह किया कि सभी योजनाओं का विस्तारपूर्वक लाभ लें। आमंत्रित किसान बंधुओं ने कृषक जगत एवं ह्युंडई की किसान संगोष्ठी की सराहना करते हुए अपेक्षा की कि भविष्य में भी कृषक जगत द्वारा ऐसे ही लाभकारी कार्यक्रम आयोजित होंगे।