ट्रॉपिकल उत्पादों से एक्सपोर्ट क्वालिटी की फसल : श्री झवर
(राजेश दुबे)
निर्यात योग्य फसल उत्पादन
श्री झवर बताते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कृषि उत्पाद के लिये बहुत ही सख्त मापदंड हैं। भारत के अंगूर उत्पादक किसानों को कई बार इस सख्ती से अत्यधिक नुकसान हुआ है। लेकिन अब कई किसान निर्यात के लिये अंगूर की फसल में ट्रॉपिकल एग्रो के उत्पादों का ही प्रयोग करते हैं। ट्रॉपिकल के उत्पादों से 0 प्रतिशत रेसीड्यू मिलता है। वेनीला की खेती में भी ट्रॉपिकल उत्पादों का प्रयोग बढ़ रहा है। चाय की फसल अत्यधिक संवेदनशील फसल है। इसमें भी ट्रॉपिकल के उत्पादों के उपयोग के लिये चाय बागानों की संस्था टीआरए इनका परीक्षण कर रही है।
किसान ही प्रेरणा स्त्रोत
श्री झवर का मानना है कि ट्रॉपिकल के उत्पादों को उपयोग करने वाला किसान ही हमारा प्रेरणा स्त्रोत, मार्गदर्शक, समालोचक है। इसीलिये उन्होंने किसानों से सीधे सम्पर्क को ट्रॉपिकल की विपणन रणनीति का मुख्य आधार बनाया है। वे स्वयं भी समय-समय पर ट्रॉपिकल द्वारा आयोजित किसान संगोष्ठी में शामिल होकर किसानों से सीधे संवाद करते हैं। उनके मोबाइल में ट्रॉपिकल की किसान संगोष्ठियों के क्लिप्स भरे रहते हैं, जिन्हें वे अपनी व्यस्त दिनचर्या में से समय निकाल कर ध्यानपूर्वक देखते – सुनते हैं।
जैविक उत्पादों में नवीन तकनीक का प्रयोग
श्री झवर बताते हैं कि ट्रॉपिकल के जैविक उत्पाद नवीनतम वैज्ञानिक तकनीक से शोध के बाद विकसित किये जाते हैं। हाल ही में ट्रॉपिकल द्वारा नैनो टेक्नालॉजी युक्त उर्वरक निर्मित किये गये हैं, जिससे किसानों को कम लागत में अधिक लाभ मिलता है। लिक्विड फर्टिलाइजर पर भी शोध चल रहा है। ट्रॉपिकल के पेस्टीसाइड्, फंगीसाइड्, प्लांट ग्रोथ प्रमोटर सभी वैज्ञानिक तकनीक पर आधारित जैविक उत्पाद हैं।
फिल्म एक सशक्त माध्यम
किसी भी कांसेप्ट के उचित प्रदर्शन के लिये फिल्म को सशक्त माध्यम मानने वाले श्री झवर ने जैविक खेती के कांसेप्ट को किसानों तक पहुंचाने के लिये भी फिल्म को ही माध्यम बनाया है। ट्रॉपिकल एग्रो के बैनर में जैविक खेती की प्रेरणा देने वाली दो फिल्मों ‘जय जवान, जय जैविक किसान’ तथा ‘जियो और जीने दो’ का निर्माण किया है। श्री झवर की कसावट भरी परिकल्पना पर आधारित दोनों फिल्में ख्याति प्राप्त फिल्म निर्देशकों द्वारा निर्देशित की गई हैं।
एक सफल व्यवसायी, अध्यात्म से परिपूर्ण, मानव स्वास्थ्य के प्रति सदैव चिंतनशील, किसानों के प्रति संवेदनशील व्यक्तित्व के धनी श्री वी.के. झवर चेयरमेन, ट्रॉपिकल एग्रो सिस्टम (इंडिया) प्रा. लि. चैन्नई से मिलने वाला हर व्यक्ति स्वयं में भी एक सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह महसूस करने लगता है। श्री झवर जैविक खेती पर विशेषज्ञ की तरह, अन्तर्राष्ट्रीय जैविक शोध एवं प्रमाणीकरण पर व्यवसायी की तरह और अपने फिल्म की कहानी पर एक पटकथा लेखक की तरह प्रतिक्रिया देते हैं। विगत दिनों मध्यप्रदेश प्रवास पर पधारे श्री झवर से कृषक जगत ने मुलाकात कर विभिन्न विषयों पर चर्चा की। |