100 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदी का अनुमान
मुख्यमंत्री ने की गेहूं खरीद तैयारियों की समीक्षा
भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में भावान्तर भुगतान योजना, मुख्यमंत्री उत्पादकता प्रोत्साहन योजना और गेंहू’ उपार्जन की तैयारियों की समीक्षा की। श्री चौहान ने गेंहू उपार्जन के लिए पर्याप्त संख्या में उपार्जन केन्द्र स्थापित करने, परिवहन और भंडारण की विशेष व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि इस बार करीब 100 लाख मीट्रिक टन गेंहू उपार्जन होने का अनुमान है। गेंहू का समर्थन मूल्य रु. 1735 प्रति क्विंटल है। मुख्यमंत्री उत्पादकता प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत किसानों को 265 रुपये प्रति क्विंटल दिया जाएगा।
भावांतर में सेटेलाइट से होगा फसल सर्वेक्षणभोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भावांतर भुगतान योजना को और अधिक बेहतर बनाया जायेगा। योजना में फसल पंजीयन की मेन्यूल सर्वेक्षण व्यवस्था को बदला जायेगा। सर्वेक्षण का कार्य सेटेलाइट के माध्यम से करवाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे सर्वेक्षण में मानवीय त्रुटियाँ नहीं हों। उन्होंने कहा कि किसान फसल को अच्छे मूल्य पर बाजार में बेच सकें, इसके लिये भंडारण को प्रेरित करने का भी प्रयास किया जा रहा है। किसान को फसल भंडारित करने पर फसल मूल्य का 25 प्रतिशत भुगतान तत्काल बैंक से मिल जायेगा। इसका ब्याज सरकार द्वारा भरा जायेगा। यह योजना किसानों में तेजी से लोकप्रिय हुई है। किसान अब अन्य फसलों को भी इस योजना में शामिल करने की मांग कर रहे हैं। श्री चौहान एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में बोल रहे थे। |
उपार्जन 15 मार्च से शुरू होगा। अभी तक 15 लाख 27 हजार किसानों ने पंजीयन कराया है। बैठक में बताया गया कि वर्तमान में 181 लाख मीट्रिक टन भण्डारण क्षमता है।
मुख्य सचिव श्री बी.पी सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी. मीना, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक बर्णवाल, प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्रीमती नीलम शमी राव, प्रमुख सचिव सहकारिता श्री के.सी. गुप्ता, मंडी आयुक्त श्री फ़ैज़ अहमद किदवई एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।