फसल प्रदर्शन पर जोर दें
कृषि मंत्री श्री राधामोहन ने दिए अधिकारियों को निर्देश
(विशेष प्रतिनिधि)
भोपाल। कृषि विभाग के फार्म एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों पर नई एवं उन्नत तकनीक अपनाकर फसलों के प्रदर्शन डालें जिसे देखकर एवं अपनाकर किसान अपनी आमदनी में इजाफा कर सकें। साथ ही प्रदर्शन प्लाट पर बोर्ड भी लगाएं जिसमें बीज की किस्म, लागत, समय एवं तकनीक सहित सभी जरूरी जानकारी का उल्लेख हो जो किसानों के लिए मददगार साबित हो।
केन्द्रीय कृषि मंत्री आये भोपाल |
यह निर्देश केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान भोपाल में गत दिवस कृषि विभाग के शीर्ष अधिकारियों की बैठक में दिए। बैठक में प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी. मीना, प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा, केन्द्रीय कृषि अभि. संस्थान के निदेशक डॉ. के.के. सिंह सहित वैज्ञानिकगण एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में श्री राधमोहन सिंह ने कहा कि कृषि से जुड़ी सभी संस्थाएं एवं विभाग वरिष्ठ एवं प्रमुख कृषि वैज्ञानिकों की सूची तैयार कर समय-समय पर होने वाली संगोष्ठियां, मेले एवं बैठकों में वैज्ञानिकों का किसानों से सीधा संवाद कराएं जिसमें किसानों में जागरुकता पैदा हो साथ ही उनकी समस्याओं का समाधान भी हो सके। उन्होंने कहा कि लागत कम करने एवं उत्पादन बढ़ाने में कृषि यंत्र मददगार साबित हो सकते हैं इसलिए इन यंत्रों का अधिक से अधिक प्रदर्शन होना चाहिए।
केन्द्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि भारत सरकार के कृषि संस्थान अनुसंधानों का प्रबंधन करें जो किसानों की आय बढ़ाने में सहायक हो। उन्होंने पशुपालन एवं मछलीपालन को आय बढ़ाने का अच्छा जरिया बताया।
उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सा की सुविधा ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ाएं जिससे पशु स्वस्थ रहें और दूध का उत्पादन बढ़े। मछलीपालन से भी आय में बढ़ोत्तरी होती है इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित करें।