म.प्र. में बी.टी. कॉटन की 38 नई किस्मों को मिली मंजूरी
(कृषक जगत विशेष)
भोपाल। राज्य शासन ने खरीफ 2017 के लिए बी.टी. कॉटन की 38 नई किस्मों को विक्रय अनुमति दी है। इसमें 23 कंपनियों की किस्में शामिल हैं। 38 नई किस्मों के कुल 3 लाख 32 हजार से अधिक पैकेटों को विक्रय करने की अनुमति दी गई है। जानकारी के मुताबिक खरीफ के लिए बी.टी. कपास की कुल 29 कंपनियों की 97 किस्मों का प्रस्ताव दिया गया था इसमें से राज्य स्क्रूटनी कमेटी ने 38 किस्मों को उपयुक्त एवं सही पाए जाने पर चयन किया। इन चयनित किस्मों में 3 वर्ष के ट्रायल परिणाम वाली 24 किस्में ही हैं। जबकि जिन किस्मों के ट्रायल परिणाम दो वर्ष तक सिगनिफिकेंट और एक वर्ष एटपार रहे हैं, ऐसी 14 किस्मों को उनके विक्रय प्लान का केवल 50 प्रतिशत ही बेचने की अनुमति दी गई है। इसके साथ ही राज्य स्क्रूटनी कमेटी ने 6 बीटी बीज कंपनियों की 59 किस्मों को पुन: ट्रायल के लिए उसी अनुसंधान केंद्र में अनुमति दी है जहां गत वर्षों में ट्रायल आयोजित किए जाते रहे हैं।
प्रदेश में कपास का कुल रकबा लगभग 6 लाख हेक्टेयर है इसमें से लगभग 5 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में बी.टी. कपास ली जाती है। गत वर्ष राज्य में 23 कंपनियों की 50 किस्मों को विक्रय अनुमति दी गई थी जबकि इस वर्ष इसमें कमी आयी है। जानकारी के मुताबिक कमेटी ने बी.टी. की उन्हीं किस्मों को विक्रय अनुमति प्रदान की है, जिनके कृषि विश्वविद्यालय में ट्रायल तीन वर्ष के हो चुके हैं। उक्त एस.ए.यू. ट्रायल्स को मान्यता जीईएसी में रजिस्ट्रेशन पत्र में लिखी तिथि एवं वर्ष से ही प्रदान की गई है। रजिस्ट्रेशन तिथि के पूर्व के ट्रायल्सों को मान्य नहीं किया गया है। तीन वर्ष के ट्रायल्स परिणाम सिगनिफिकेंट प्राप्त होने पर कंपनी के प्रस्तावित विक्रय प्लान के मुताबिक किस्मों को शत -प्रतिशत व्यवसायिक अनुमति दी गई है। इसके साथ ही बी.टी. कपास के एस. ए.यू. ट्रायल्स परिणाम दो वर्षों के सिगनिफिकेंट व एक वर्ष का परिणाम एटपार रहने की स्थिति में कंपनी द्वारा प्रस्तावित विक्रय प्लान की 50 प्रतिशत मात्रा की विक्रय अनुमति दी गई है।
बी.टी. कॉटन |
इन 6 कंपनियों को नहीं मिली अनुमति 1. सोलर एग्रोटेक 2. वेस्टर्न एग्री सीड्स 3. श्रीराम बायो सीड्स जेनेटिक्स 4. प्रभात एग्री बायोटेक |
विक्रय अनुमति प्राप्त कंपनियां एवं नई किस्में |
1. मॉनसेंटो होल्डिंग प्रा. लि. डीपीसी 9109 बीजी 2 |